असम की आत्मा और स्वर कहलाने वाले जुबीन गर्ग के निधन की खबर ने पूरे पूर्वोत्तर को शोक में डुबो दिया है। गुवाहाटी की सड़कों से लेकर एयरपोर्ट तक हर जगह उनके चाहने वालों की आंखें नम दिखीं। हजारों लोग अपने चहेते कलाकार की एक झलक पाने के लिए उमड़ पड़े।
एयरपोर्ट पर भावुक और तनावपूर्ण दृश्य
शनिवार देर रात गुवाहाटी के गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जुबीन गर्ग के पार्थिव शरीर के इंतजार में भारी भीड़ जमा हो गई। जैसे ही विमान के आने की खबर मिली, लोगों की भीड़ बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ी। इस दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया, कुछ युवकों ने पुलिस और सुरक्षा बलों पर पानी की बोतलें फेंकी और वाहनों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। हालात बिगड़ते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। हालांकि, कलाकारों और स्थानीय नेताओं की अपील के बाद भीड़ शांत हुई और लोग गाते-बजाते, अपने प्रिय गायक को याद करते दिखे।
मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने दी श्रद्धांजलि
जुबीन गर्ग का पार्थिव शरीर सबसे पहले दिल्ली लाया गया था। यहां असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा, विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा और कई वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद विशेष विमान से पार्थिव शरीर को गुवाहाटी लाया गया। एयरपोर्ट पर उनकी पत्नी गरिमा गर्ग और हजारों प्रशंसक मौजूद थे। शहर में उनके निवास स्थान के बाहर भी भारी संख्या में लोग इकट्ठा होकर शोक व्यक्त करते रहे।
अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि सभा
रविवार तड़के गुवाहाटी पहुंचने के बाद जुबीन गर्ग का पार्थिव शरीर पहले उनके घर पर रखा गया ताकि परिवार और करीबी रिश्तेदार अंतिम दर्शन कर सकें। इसके बाद सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक अर्जुन भोगेश्वर बरुआ स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आम जनता के लिए श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई, जहां लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा।
अंतिम संस्कार पर फैसला
राज्य सरकार ने घोषणा की है कि अंतिम संस्कार की तारीख और स्थान का निर्णय जुबीन गर्ग के परिवार से चर्चा के बाद किया जाएगा। रविवार शाम को कैबिनेट बैठक बुलाई गई है, जिसमें विस्तृत कार्यक्रम तय होगा।
जुबीन गर्ग सिर्फ गायक नहीं, बल्कि असम की पहचान और हर दिल की धड़कन थे। उनका जाना संगीत जगत ही नहीं, बल्कि पूरे असम और भारत के लिए अपूरणीय क्षति है।














