गाज़ीपुर – बिरनो स्थित हनुमान मंदिर परिसर में रुद्राश्री चिकित्सालय के तत्वावधान में स्वर्गीय काशीनाथ चौरसिया पिताजी की स्मृति में निःशुल्क नेत्र शिविर का आयोजन किया गया। इस सेवा कार्य में कुल 30 मरीजों की नेत्र जाँच की गई, जिनमें से 8 मरीजों में मोतियाबिंद की पुष्टि हुई। इन मरीजों को आगे के उपचार और ऑपरेशन के लिए वाराणसी स्थित आर.जे. शंकरा हॉस्पिटल भेजा गया।शिविर के प्रमुख, डॉक्टर मिथिलेश चौरसिया ने बताया कि उनके पिताजी हमेशा कहा करते थे कि “जीवन का असली अर्थ दूसरों की मदद में है”। उसी प्रेरणा से यह सेवा शिविर आयोजित किया जाता है ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को नेत्र जाँच और उपचार की सुविधा निःशुल्क मिल सके। उन्होंने बताया कि यह शिविर प्रत्येक माह के पहले बुधवार को नियमित रूप से आयोजित किया जाता है।कार्यक्रम में आर.जे. शंकरा हॉस्पिटल वाराणसी की डॉक्टर अनुराधा, मुस्कान, संजू यादव और चंदन जी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। आयोजन में डॉक्टर संजय चौरसिया, लक्ष्मी कांत श्रीवास्तव, सुजीत सिंह, डॉक्टर इंद्रजीत चौहान, मनोज राय, राकेश राजभर और सिंपल चौरसिया की विशेष भूमिका रही।डॉ. मिथिलेश चौरसिया ने कहा, “पिताजी की स्मृति में सेवा ही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि है।”यह शिविर समाज सेवा और मानवीय संवेदना का उत्कृष्ट उदाहरण बन गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के कई लोगों को नेत्र संबंधी समस्याओं से राहत मिल रही है।














