
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने WTC बिल्डर और भूटानी ग्रुप पर बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम समेत कुल 12 ठिकानों पर छापेमारी की है। इस दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज, लैपटॉप, मोबाइल फोन और डेस्कटॉप जब्त किए गए हैं। जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है कि भूटानी ग्रुप, रियल एस्टेट कंपनी WTC को टेकओवर कर रहा था।
कार्रवाई की वजह: निवेशकों से धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग
ईडी की यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग और निवेशकों से धोखाधड़ी के आरोपों को लेकर की गई है। WTC बिल्डर और भूटानी ग्रुप पर आरोप है कि उन्होंने खरीदारों से हजारों करोड़ रुपये की रकम जुटाई, लेकिन बीते 10-12 वर्षों में प्रोजेक्ट्स पूरे नहीं किए।
WTC बिल्डर और इसके प्रवर्तक आशीष भल्ला के खिलाफ कई FIR दर्ज की गई थीं, जिसके बाद ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत यह कार्रवाई की।
भूटानी ग्रुप-WTC टेकओवर का बड़ा खुलासा
जांच में भूटानी ग्रुप और WTC के बीच बड़े वित्तीय लेनदेन के सबूत मिले हैं। यह भी सामने आया कि भूटानी ग्रुप, WTC को टेकओवर करने की प्रक्रिया में था। इससे पहले भूटानी ग्रुप ने नोएडा के सेक्टर-32 में लॉजिक्स ग्रुप के सिटी सेंटर मॉल का टेकओवर किया था।
WTC बिल्डर पर क्या हैं आरोप?
- फंड डायवर्जन का शक:
WTC के कई शहरों में प्रोजेक्ट्स अधूरे पड़े हैं और निवेशकों का पैसा फंसा हुआ है। ईडी इस बात की जांच कर रही है कि निवेशकों से मिली रकम आखिर गई कहां? - टेकओवर डील में फंड ट्रांजैक्शन:
अगर भूटानी ग्रुप WTC को टेकओवर कर रहा था, तो डील कितने में हुई, कितना पैसा दिया गया और WTC ने उस पैसे का क्या किया, इसकी भी जांच की जा रही है। - फर्जी बुकिंग और प्लॉट न सौंपने का मामला:
WTC ने फरीदाबाद के सेक्टर-111 और 114 में करीब 110 एकड़ जमीन पर प्रोजेक्ट लॉन्च किए थे। 2,000 से अधिक निवेशकों से 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि बुकिंग के नाम पर ली गई, लेकिन अब तक प्लॉट नहीं सौंपे गए। - 20 से अधिक FIR दर्ज:
करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी को लेकर WTC के खिलाफ 20 से अधिक FIR दर्ज की जा चुकी हैं, जिसके तहत ईडी ने एक्शन लिया है।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
यह पहली बार नहीं है जब भूटानी ग्रुप पर छापा मारा गया हो। इससे पहले जनवरी 2023 में आयकर विभाग ने छापा मारा था, जिसमें कैश में संपत्तियों की खरीद-फरोख्त और 700-1000 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन का खुलासा हुआ था।
आगे क्या?
ईडी अब यह जांच कर रही है कि:
✅ निवेशकों का पैसा कहां गया?
✅ भूटानी ग्रुप ने WTC को टेकओवर करने के लिए कितना भुगतान किया?
✅ क्या यह टेकओवर निवेशकों के पैसे से किया गया?
WTC और भूटानी ग्रुप के खिलाफ ED की जांच जारी है, और आने वाले दिनों में इस मामले में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।

VIKAS TRIPATHI
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