
पटना: बिहार की राजधानी पटना में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी से हड़कंप मच गया है। भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता के ठिकानों पर जारी इस रेड में इतनी भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई कि नोटों की गिनती के लिए चार मशीनें लगानी पड़ीं। घंटों से जारी यह कार्रवाई अब भी जारी है, लेकिन अब तक पूरी रकम का आकलन नहीं हो पाया है।
कमरों में भरा पड़ा था कैश, चौंक गए अधिकारी
ईडी को इनपुट मिला था कि पटना के पॉश इलाके पूर्णेंदु नगर स्थित एक बंगले में बेनामी संपत्ति और अवैध लेन-देन से जुड़ा बड़ा कैश स्टॉक किया गया है। जब टीम ने छापा मारा, तो बंगले के अंदर का नजारा देखकर अधिकारी भी दंग रह गए। हर कमरे में नोटों के बंडल भरे पड़े थे। स्थिति यह थी कि नोटों को गिनने के लिए चार मशीनें मंगानी पड़ीं, और बावजूद इसके कई घंटों बाद भी कुल बरामद रकम का अंदाजा नहीं लगाया जा सका।
IAS संजीव हंस से जुड़ा मामला, टेंडर घोटाले पर बड़ी कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजीव हंस से जुड़े कथित टेंडर घोटाले से जुड़ी है। ईडी ने सरकारी टेंडर मैनेज करने वाले अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई की है। इस रेड में करोड़ों रुपये बरामद किए गए हैं। मुख्य अभियंता के आवास के अलावा, तारिणी दास समेत कई अन्य ठिकानों पर भी तलाशी अभियान चल रहा है।
बड़े अफसरों में हड़कंप, और भी खुलासों की उम्मीद
ईडी की इस कार्रवाई से पटना के सरकारी महकमों में हड़कंप मचा हुआ है। जांच एजेंसी को संदेह है कि इस घोटाले में कई और अधिकारी और प्रभावशाली लोग भी शामिल हो सकते हैं। इसी वजह से ईडी की टीम हर पहलू की गहनता से जांच कर रही है। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।
जांच अभी जारी है, और संभावना है कि बरामद रकम का आंकड़ा चौंकाने वाला हो सकता है। ईडी की यह कार्रवाई बिहार के प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में भूचाल ला सकती है।

VIKAS TRIPATHI
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