
गाजीपुर: शहर में यातायात व्यवस्था सुधारने और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रशासन ने ई-रिक्शा (टोटो) के रूट निर्धारित करने का फैसला किया है। 1 अप्रैल से ई-रिक्शा केवल तयशुदा रूट पर ही चलेंगे। इसके लिए कलर कोडिंग की गई है और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
चार जोन में बंटा शहर, ई-रिक्शा को मिला अलग कोड
शहर को चार जोन में बांटकर ई-रिक्शा के रूट तय किए गए हैं। यह रूट चालकों की सहमति से निर्धारित किए गए ताकि उन्हें कोई असुविधा न हो। इससे महिलाओं की सुरक्षा पर भी नजर रखी जा सकेगी और शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी।
ई-रिक्शा को मिलेगा कलर कोड
शहर में करीब 3,000 टोटो चलते हैं, जिनकी मनमानी की वजह से अक्सर जाम की समस्या उत्पन्न होती है। इसी को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस ने टोटो चालकों के लिए नए रूट निर्धारित किए हैं।
- रेड कोड (A) – लंका से रौजा जाने वाले ई-रिक्शा को लाल रंग से A कोड दिया गया है।
- ब्लू कोड (B) – सैनिक चौराहा से महाराजगंज, नंदगंज, मीरनपुर सक्का, बुजुर्ग, हंसराजपुर जाने वाले ई-रिक्शा को नीले रंग से B कोड दिया गया है।
- येलो कोड (D) – लंका से गोराबाजार, कचहरी, पीजी कॉलेज, अस्पताल, आदर्श बाजार, बयेपुर देवकली, करंडा जाने वाले टोटो को पीले रंग से D कोड दिया गया है।
- ग्रीन कोड (C) – लंका से मिश्रबाजार, लालदरवाजा, महिला अस्पताल, महाजनटोली, चीतनाथ जाने वाले ई-रिक्शा को हरे रंग से C कोड दिया गया है।
अब तक 353 ई-रिक्शा पर कोड अंकित किया जा चुका है। प्रशासन ने सख्त चेतावनी दी है कि अगर कोई ई-रिक्शा अपने निर्धारित रूट से हटकर अन्य जगह सवारी ले जाते पाया गया, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
यातायात व्यवस्था में होगा सुधार
इस नई व्यवस्था से यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने में मदद मिलेगी, जिससे आम नागरिकों को जाम से राहत मिलेगी। साथ ही महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी यह प्रणाली कारगर साबित होगी।
