
गाजीपुर – जनपद में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षाओं को नकल मुक्त और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी आर्यका अखौरी एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने परीक्षा की सुरक्षा व्यवस्था और प्रश्नपत्रों की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए आदर्श बौद्ध इंटर कॉलेज छावनी लाइन, सावित्री बालिका इंटर कॉलेज बरहपुर देवकली सहित अन्य परीक्षा केंद्रों का दौरा किया।
परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी
निरीक्षण के दौरान प्रश्नपत्रों के डबल लॉक पैकेटों की टेम्परिंग की जांच की गई और परीक्षा कक्षों में जाकर नकल विहीन परीक्षा संचालन के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने स्टेटिक मजिस्ट्रेट और केंद्र व्यवस्थापकों को सख्ती से निगरानी रखने के निर्देश दिए और सेक्टर मजिस्ट्रेटों को परीक्षा के दौरान लगातार भ्रमणशील रहने का आदेश दिया ताकि परीक्षा शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो सके।

जनपद में कुल 196 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिन्हें 09 जोन, 07 सचल दल और 32 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। सभी परीक्षा केंद्रों पर एक-एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है।
परीक्षार्थियों की उपस्थिति और अनुपस्थिति
- प्रथम पाली (हाईस्कूल): कुल 66,767 परीक्षार्थी, जिनमें 7,277 अनुपस्थित पाए गए।
- द्वितीय पाली (इंटरमीडिएट): कुल 75,251 परीक्षार्थी, जिनमें 6,834 अनुपस्थित पाए गए।
नकल करने और कराने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जनपद में परीक्षा हर हाल में नकल मुक्त कराई जाएगी। अगर कोई व्यक्ति परीक्षा में गड़बड़ी करता पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, अगर किसी परीक्षा केंद्र पर नकल कराते हुए पकड़ा गया, तो उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।
इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे, और आसपास के साइबर कैफे, कंप्यूटर व फोटोकॉपी की दुकानें बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने यह भी सुनिश्चित किया कि सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह संचालित रहें और परीक्षा की हर गतिविधि पर नजर रखी जाए।
उन्होंने कहा कि परीक्षा की सतत निगरानी के लिए जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं और कंट्रोल रूम से भी परीक्षा की स्थिति पर नजर रखी जाएगी। सभी अधिकारियों और केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिया गया है कि शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करते हुए परीक्षा को सुचितापूर्ण तरीके से संपन्न कराया जाए।