गाजीपुर, — राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल आज परिषद के जिला अध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य से मिला। इस दौरान परिषद की ओर से जिला पंचायत राज अधिकारी गाजीपुर के व्यवहार को लेकर गंभीर आपत्तियाँ दर्ज कराई गईं।दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने ग्राम विकास मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन उत्तर प्रदेश, जनपद गाजीपुर के अध्यक्ष शमशेर बहादुर सिंह (वरिष्ठ लिपिक, कार्यालय जिला पंचायत राज अधिकारी) द्वारा भेजे गए पत्र का हवाला देते हुए बताया कि दिनांक 8 अगस्त 2025 को भेजे गए पत्र में जिला पंचायत राज अधिकारी पर मानसिक उत्पीड़न, अभद्र भाषा का प्रयोग तथा झूठी कार्रवाई की धमकी देने जैसे आरोप लगाए गए हैं।इसी प्रकार, उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रोशन लाल द्वारा भी भेजे गए एक पत्र में उल्लेख किया गया है कि दिनांक 5 अगस्त 2025 को आयोजित एक बैठक में जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया और बैठक से बाहर कर दिया गया। इन घटनाओं से दोनों संगठनों के पदाधिकारी आहत हैं।बैठक में दुर्गेश श्रीवास्तव ने शासन के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि संघ व परिसंघ के पदाधिकारियों के साथ मासिक बैठक अनिवार्य है। पूर्व में जिलाधिकारी द्वारा मुख्य विकास अधिकारी और अपर जिला अधिकारी को इस बैठक हेतु नामित किया गया था, परंतु उनके स्थानांतरण के पश्चात यह प्रक्रिया बाधित हो गई है, जिससे विभागीय समस्याएं बढ़ रही हैं। परिषद ने मांग की है कि एक सप्ताह के भीतर नए नामित अधिकारी के साथ बैठक की तिथि निर्धारित की जाए।प्रतिनिधिमंडल में परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह, आलोक कुमार राय, मांधाता सिंह, गोपाल यादव और अभय सिंह भी उपस्थित रहे।