
Premanand Maharaj Resumes Procession: वृंदावन के प्रसिद्ध रसिक संत श्री प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की सूचना जारी की गई थी, लेकिन इस घोषणा के एक दिन बाद ही महाराज ने भक्तों को चौंकाते हुए पदयात्रा की और दर्शन दिए।
भक्तों की उम्मीद टूटी, फिर लौटी खुशी
6 फरवरी को श्री हित राधा केलि कुंज परिकर, श्रीधाम वृंदावन के ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट (bhajanmarg_official) पर एक पोस्ट जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि प्रेमानंद महाराज अब पदयात्रा नहीं करेंगे। इसके पीछे महाराज के स्वास्थ्य और लगातार बढ़ती भीड़ को कारण बताया गया। इस सूचना से भक्तों में निराशा छा गई।
लेकिन शुक्रवार सुबह 4 बजे प्रेमानंद महाराज अपने भक्तों के बीच आए, पहले गाड़ी से यात्रा की और फिर कुछ दूरी तक पैदल चलकर दर्शन दिए। हजारों भक्त, जो रात 2 बजे से ही उनके दर्शन के लिए सड़क पर जमा थे, खुशी से झूम उठे।
पदयात्रा स्थगित, लेकिन बदलाव के साथ जारी
सूचना जारी होने के बावजूद भक्तों का अपार स्नेह और प्रेम देखकर प्रेमानंद महाराज ने फिर से पदयात्रा की। हालांकि, इस बार कुछ बदलाव देखने को मिले –
- आतिशबाजी और बड़े साउंड सिस्टम का इस्तेमाल नहीं किया गया।
- पदयात्रा पहले की तुलना में देरी से शुरू हुई, महाराज करीब 2 घंटे बाद मार्ग पर आए।
- उन्होंने कुछ दूरी गाड़ी से तय की और फिर उतरकर पैदल यात्रा की।
राधा-राधा के जयकारों से गूंज उठा वृंदावन
जैसे ही प्रेमानंद महाराज भक्तों के बीच पहुंचे, हजारों श्रद्धालु राधा-राधा के जयकारे लगाने लगे। भक्तों ने फूलों से स्वागत किया और भाव-विभोर होकर उनके दर्शन किए।
भविष्य में क्या होगी व्यवस्था?
भक्तों की बढ़ती संख्या और सुरक्षा को देखते हुए आश्रम प्रशासन भविष्य में कुछ नए नियम बना सकता है। हालांकि, प्रेमानंद महाराज के भक्तों के लिए यह राहत की खबर रही कि उनकी पदयात्रा पूरी तरह से बंद नहीं हुई।
इस घटना ने एक बार फिर भक्तों और गुरु के बीच अटूट प्रेम और भक्ति की गहराई को दर्शाया है।