गाज़ीपुर – जंगीपुर क्षेत्र के नगवा उर्फ कटैला में पिछले दस वर्षों से बंद पड़े पशु सेवा केंद्र को चालू कराने की मांग को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों ने जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। किसानों व पशुपालकों का कहना है कि केंद्र बंद होने से बीमार पशुओं का समय पर इलाज नहीं हो पा रहा है। इन दिनों लम्पी रोग से बड़ी संख्या में पशु बीमार हैं और इलाज न मिलने से मौतें भी हो रही हैं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए पीजी कॉलेज छात्रसंघ के पूर्व महामंत्री एवं समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष दिनेश सिंह यादव ने कहा कि यदि केंद्र चालू रहता तो पशुओं का उचित इलाज, टीकाकरण और दवाइयाँ आसानी से उपलब्ध होतीं। वर्तमान में लोगों को महंगे निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यहां के प्रभारी डॉक्टर वर्षों से अनुपस्थित हैं। यदि वह अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते तो उन्हें निलंबित कर किसी अन्य डॉक्टर की नियुक्ति की जानी चाहिए।
दिनेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि इसी केंद्र से संचालित आयुष्मान आरोग्य मंदिर की एनएम समय से उपस्थित नहीं होतीं और मरीजों के साथ अनुचित व्यवहार करती हैं। हाल ही में केंद्र पर लापरवाही के चलते कटैला निवासी शिवमंगल कुशवाहा की पांच वर्षीय बेटी को गलत इंजेक्शन लगाए जाने से उसकी हालत बिगड़ गई थी, जिसका इलाज वाराणसी तक कराना पड़ा।प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि एनएम की जांच कर कार्रवाई की जाए और स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित कराया जाए। चेतावनी दी गई कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो ग्रामीण बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
धरना स्थल पर परवेज मास्टर, रामजी यादव, नफीस अंसारी, गुल्लु यादव, शिवमंगल, रामपति यादव समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।