दिल्ली सरकार ने महिलाओं और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए एक नई पहल ‘पिंक सहेली स्मार्ट कार्ड’ की शुरुआत की है। इस कार्ड के माध्यम से अब 12 वर्ष से अधिक उम्र की बेटियाँ, बहनें और माताएँ — दिल्ली परिवहन निगम (DTC) और क्लस्टर बसों में निःशुल्क और सुरक्षित यात्रा कर सकेंगी।
यह योजना महिलाओं की आवाजाही को अधिक सुलभ और सुरक्षित बनाने, सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को बढ़ावा देने और नारी शक्ति को सम्मान देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
योजना का उद्देश्य
‘पिंक सहेली’ योजना का मुख्य मकसद महिलाओं और ट्रांसजेंडर्स को समय या उपयोग की कोई सीमा के बिना मुफ्त बस यात्रा की सुविधा देना है। इसका लाभ केवल दिल्ली के निवासियों को मिलेगा; अन्य राज्यों की महिलाओं को यह सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
इस योजना को पहले 23 अक्टूबर 2025 (भाई दूज) को लॉन्च करने की तैयारी थी, लेकिन तकनीकी कारणों से इसे स्थगित कर दिया गया था। अंततः इसे 2 नवंबर (रविवार) को औपचारिक रूप से शुरू किया गया।
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
इस योजना का लाभ उठाने के लिए पात्र व्यक्तियों को ‘पिंक सहेली स्मार्ट कार्ड’ के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। प्रक्रिया इस प्रकार है:
1.ऑनलाइन आवेदन:
DTC की आधिकारिक वेबसाइट dtc.delhi.gov.in या पिंक सहेली पोर्टल पर लॉगिन करें।
2.जानकारी भरें:
नाम, जन्मतिथि, आधार नंबर, पता और मोबाइल नंबर जैसी बुनियादी जानकारी दर्ज करें।
3.KYC वेरिफिकेशन:
पहचान और पते के प्रमाण के तौर पर आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड या जन्म प्रमाणपत्र अपलोड करें।
4.कार्ड जारी और वितरण:
वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद स्मार्ट कार्ड जारी किया जाएगा और बैंक द्वारा आपके पते पर भेजा जाएगा।
5.ऑनलाइन ऐक्टिवेशन:
कार्ड प्राप्त होने के बाद उसे ऑनलाइन सक्रिय करना आवश्यक होगा।
योजना का महत्व
‘पिंक सहेली स्मार्ट कार्ड’ न सिर्फ महिलाओं और ट्रांसजेंडर समुदाय को आर्थिक राहत देगा, बल्कि सार्वजनिक परिवहन के प्रति भरोसा और सुरक्षा की भावना भी मजबूत करेगा। यह कदम दिल्ली को एक अधिक समावेशी और समानता-आधारित शहर बनाने की दिशा में एक और ठोस पहल के रूप में देखा जा रहा है।














