दिल्ली के तिगरी एक्सटेंशन इलाके में मंगलवार शाम एक चार मंज़िला इमारत में लगी आग ने हड़कंप मचा दिया। इस दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल बताई जा रही हैं।
हादसा करीब शाम 6 बजकर 24 मिनट पर हुआ, जब पुलिस को PCR कॉल के जरिए आग लगने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही तिगरी थाना पुलिस के साथ दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक इमारत पूरी तरह लपटों में घिर चुकी थी।
फुटवियर दुकान से शुरू हुई आग
स्थानीय लोगों और प्रारंभिक जांच के अनुसार, आग की शुरुआत इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित एक फुटवियर दुकान से हुई। दुकान में मौजूद रबर, प्लास्टिक और सॉल्वेंट जैसे ज्वलनशील पदार्थों की वजह से आग तेजी से फैलकर ऊपर की मंज़िलों तक पहुंच गई।
दमकल विभाग की चार गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। रेस्क्यू के दौरान इमारत के अंदर से तीन लोगों के शव बरामद किए गए, जबकि दो गंभीर रूप से घायल महिलाओं को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
स्थानीय लोग सहमे, कई घर खाली कराए गए
आग लगते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के कई घरों और दुकानों को एहतियातन खाली कराया गया, ताकि आग फैलने की आशंका को रोका जा सके। घटना के बाद इलाके में दहशत और शोक का माहौल है।
स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में विद्युत तारों की स्थिति काफी खराब है और बार-बार स्पार्किंग जैसी घटनाएं होती रहती हैं। लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद सुधार नहीं किया गया।
कारणों की जांच जारी
पुलिस और फॉरेंसिक टीम आग लगने के वास्तविक कारणों की जांच कर रही है। प्रारंभिक आशंका है कि शॉर्ट सर्किट से आग लगी होगी, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही अंतिम कारण स्पष्ट होगा।
पुलिस ने मृतकों की पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी है और परिजनों को सूचना दे दी गई है।
अधिकारियों का बयान
दमकल अधिकारी ने बताया:
“आग काफी तेजी से फैली थी। संरचना घनी आबादी वाले इलाके में होने के कारण रेस्क्यू चुनौतीपूर्ण था, लेकिन समय रहते आग पर काबू पा लिया गया है।”
यह घटना फिर एक बार सवाल खड़ा करती है—घनी बस्तियों में सुरक्षा मानकों और बिजली व्यवस्था को लेकर कितने इंतज़ाम पर्याप्त हैं?














