
Delhi Elections 2025: नई दिल्ली: आमतौर पर यह धारणा रही है कि मुस्लिम मतदाता भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को वोट नहीं देते, और चुनावी आंकड़े भी कुछ ऐसा ही संकेत देते हैं। लेकिन इस बार दिल्ली चुनाव में एक बड़ा राजनीतिक मोड़ तब आया जब मौलाना साजिद रशीदी ने दावा किया कि उन्होंने पहली बार बीजेपी को वोट दिया है।
बीजेपी को वोट देने का मौलाना साजिद रशीदी का तर्क
मौलाना साजिद रशीदी ने एक वीडियो जारी कर कहा कि दूसरी पार्टियां मुसलमानों को बीजेपी के नाम पर डराती हैं, और इस डर को खत्म करने के लिए उन्होंने बीजेपी को वोट दिया। उनके इस बयान के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई है और इसके राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।
क्या मुस्लिम वोटर इस बार बीजेपी की तरफ झुके?
फिलहाल, इस बात के कोई पक्के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं कि आम मुस्लिम मतदाताओं ने इस बार दिल्ली में बीजेपी को कितना समर्थन दिया। लेकिन एक बात साफ दिखी कि इस चुनाव में हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण पहले से कम रहा और लोकल मुद्दों जैसे बिजली-पानी, सफाई और विकास पर ज्यादा चर्चा हुई।
दिल्ली में मुस्लिम वोटर कितना असर डालते हैं?
📌 दिल्ली में मुस्लिम आबादी – करीब 13%
📌 2 सीटें – मुस्लिम आबादी 50% से ज्यादा
📌 6 सीटें – मुस्लिम आबादी 35% से ज्यादा
2020 के चुनाव में इन 6 सीटों पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने जीत दर्ज की थी, और कुल मिलाकर AAP को मुस्लिम मतदाताओं का 83% वोट मिला था।
2020 दिल्ली दंगों का चुनाव पर प्रभाव
इस चुनाव में 2020 के दिल्ली दंगों की छाया भी देखी गई। AIMIM ने ओखला और मुस्तफाबाद से जेल में बंद हिंसा के आरोपियों को उम्मीदवार बनाया, जिससे इन सीटों पर मुस्लिम वोटरों का रुझान बदल सकता है।
🔹 मुस्तफाबाद में सबसे ज्यादा 69% वोटिंग हुई, जहां 2020 में सबसे अधिक हिंसा देखी गई थी।
🔹 नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली जिले में 66.25% मतदान दर्ज हुआ, जो औसत मतदान से अधिक था।
राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया
🗣 AAP नेता सौरभ भारद्वाज – “बीजेपी हिंदू या मुसलमान की नहीं, बल्कि बड़े उद्योगपतियों की पार्टी है।”
🗣 बीजेपी सांसद एसपी सिंह बघेल – “जातिवाद और क्षेत्रवाद न हो, तो हर राज्य में बीजेपी की सरकार बनेगी।”
🗣 सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क – “बीजेपी मुसलमानों के खिलाफ सोचती है।”
🗣 बीजेपी नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी – “दिल्ली को बचाना है, तो बीजेपी को जिताना होगा।”
अब नजरें 8 फरवरी के नतीजों पर!
अब देखना होगा कि मुस्लिम वोटों का असर किस दल पर पड़ता है और क्या बीजेपी को मुस्लिम वोटों का फायदा मिल सकता है? इस सवाल का जवाब 8 फरवरी को चुनाव नतीजों के साथ मिलेगा! 🗳️