
दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को ‘भाई’ शब्द को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच 13 मिनट तक तीखी बहस हुई, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हो गई। आप ने आरोप लगाया कि यह शब्द नेता प्रतिपक्ष आतिशी के प्रति अनादर की भावना से कहा गया, जबकि पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने सफाई देते हुए पूछा, “मैंने क्या कहा? ‘भाई’ कहना गलत कैसे है?”
विवाद बढ़ने पर विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आप विधायकों विशेष रवि और कुलदीप कुमार को मार्शल के जरिए सदन से बाहर करवा दिया।
क्या है पूरा मामला?
हंगामा उस समय शुरू हुआ जब प्रश्नकाल के दौरान पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा तीर्थ यात्रा समिति से संबंधित एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार ने 2024-25 के लिए समिति को 80 करोड़ रुपये मंजूर किए, लेकिन उसमें से कुछ भी खर्च नहीं किया। इस टिप्पणी पर आप विधायकों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने मंत्री के आरोपों का जवाब देने के लिए खड़े होकर विरोध जताया। जब वर्मा ने फिर से बोलने की कोशिश की, तो आप विधायकों ने उनका विरोध जारी रखा। लगातार बाधा उत्पन्न होने पर वर्मा ने कहा, “कहां से लाए हो भाई?” इस पर आतिशी ने आपत्ति जताई और इसे ‘असंसदीय भाषा’ करार दिया।
आप विधायकों ने वर्मा पर अनादर करने का आरोप लगाया, जबकि वर्मा ने सफाई देते हुए कहा, “मैंने सिर्फ ‘भाई’ कहा, इसमें असंसदीय क्या है?”
‘आतिशी मेरी बहन हैं, भाई नहीं’
विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आप विधायकों से पूछा कि अगर मंत्री ने सिर्फ ‘भाई’ शब्द का इस्तेमाल किया है, तो इसमें आपत्तिजनक क्या है? जब आप विधायकों ने विरोध जारी रखा, तो अध्यक्ष ने विशेष रवि और कुलदीप कुमार को सदन से बाहर करने का आदेश दिया।
इस दौरान प्रवेश वर्मा ने अपनी टिप्पणी स्पष्ट करते हुए कहा कि उनका मतलब यह पूछना था कि ‘आप इतने बुरे व्यवहार कहां से लाते हैं?’ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी व्यक्ति विशेष का नाम नहीं लिया था। बहस के बाद वर्मा ने कहा, “आतिशी जी मेरी बहन हैं, भाई नहीं।”
इसके बाद सदन की कार्यवाही सामान्य रूप से जारी रही।