
‘जय हिंद’ गूंजा, दुश्मन कांप उठा | पहलगाम हमले का मुंहतोड़ जवाब
नई दिल्ली/इस्लामाबाद – सोमवार की रात दो बजे भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ढांचों पर घातक एयर स्ट्राइक कर आतंक के अड्डों को तबाह कर दिया। यह कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई, जो हाल के वर्षों की सबसे साहसी और सुनियोजित सैन्य प्रतिक्रिया मानी जा रही है।
रक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक बयान में कहा कि इस ऑपरेशन में कुल नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर नेस्तनाबूद किया गया। इन ठिकानों का उपयोग भारत विरोधी आतंकी हमलों की योजना, प्रशिक्षण और संचालन के लिए किया जा रहा था।
मंत्रालय ने साफ किया कि यह कार्रवाई पूरी तरह गैर-उग्र, संयमित और केंद्रित थी। किसी भी प्रकार की पाकिस्तानी सैन्य सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया है, जिससे भारत के इरादों की स्पष्टता झलकती है कि यह आतंक के खिलाफ एक लक्षित कार्रवाई थी, न कि किसी देश के खिलाफ युद्ध।
कार्रवाई का कारण: पहलगाम हमला
भारत सरकार ने यह ऑपरेशन उस बर्बर आतंकी हमले के बाद अंजाम दिया, जो पहलगाम में हुआ था, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की निर्मम हत्या कर दी गई थी। यह हमला भारत की आत्मा को झकझोर गया और सरकार ने पहले ही संकेत दे दिया था कि इसका जवाब कल्पना से परे होगा।
‘जो कहा, वह कर दिखाया’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन के बाद अपने संक्षिप्त संदेश में कहा, “भारत अब चुप नहीं बैठेगा, हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।” उनके शब्दों को जनमानस में ‘वचनबद्धता’ के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान सरकार ने इस कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि “हमारे पास जवाब देने का अधिकार सुरक्षित है।” हालांकि, इस वक्त अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के संयम और सीमित सैन्य उद्देश्य को व्यापक समर्थन मिल रहा है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
• अमेरिका: “भारत का आत्मरक्षा का अधिकार है।”
• फ्रांस: “आतंक के खिलाफ भारत के कदम को समझते हैं।”
• रूस: “क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखना ज़रूरी है, लेकिन आतंक पर कोई नरमी नहीं।”
यह एयर स्ट्राइक भारत की बदलती सुरक्षा नीति और नए सैन्य दृष्टिकोण का स्पष्ट उदाहरण है, जिसमें आतंक के खिलाफ स्पष्ट रेखा खींच दी गई है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ इस बात का संदेश है कि भारत अब हमलों को चुपचाप सहने वाला देश नहीं रहा, बल्कि रणनीतिक और निर्णायक प्रतिक्रिया देने में सक्षम है।