
देहरादून में हुए भीषण कार हादसे में जीवित बचे एकमात्र युवक सिद्धेश के पिता विपिन अग्रवाल ने मीडिया और जनता से अपील की है कि वे इस दुर्घटना के बारे में अफवाह न फैलाएं और घटना में जान गंवाने वाले छह युवाओं के प्रति संवेदना व्यक्त करें।
विपिन अग्रवाल की सार्वजनिक अपील
इंडिया टुडे टीवी से बातचीत में विपिन अग्रवाल ने कहा, “लोगों को हादसे के कारणों के बारे में अधूरी बातें और अपुष्ट अफवाहें फैलाने से बचना चाहिए।”
उन्होंने संवेदना और सहानुभूति दिखाने का आग्रह करते हुए कहा, “हमने छह बच्चों को खो दिया है। इन बच्चों के परिवार इतने गहरे सदमे में हैं कि इससे उबरना मुश्किल है। एक बच्चा अभी भी आईसीयू में वेंटिलेटर पर है।”
जांच जारी, अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील
अग्रवाल ने कहा कि जांच पहले से ही चल रही है और सच्चाई जल्द सामने आएगी। उन्होंने अपील की कि लोग सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर विश्वास न करें, जिसमें हादसे से पहले युवाओं के पार्टी करने और शराब के नशे में होने के दावे किए जा रहे हैं।
अब तक की मेडिकल रिपोर्ट और पोस्टमार्टम में शराब पीने की कोई पुष्टि नहीं हुई है।
रेस और शराब से जुड़े दावों पर पुलिस की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर यह भी दावा किया गया कि इनोवा कार हादसे के समय एक BMW कार के साथ “रेस” कर रही थी। कथित तौर पर BMW कार तेजी से आगे बढ़ गई, जिससे इनोवा के चालक ने भी तेज गति से गाड़ी चलानी शुरू कर दी। हालांकि, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद इस दावे को खारिज कर दिया।
सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि इनोवा MUV दुर्घटना से कुछ मिनट पहले ही खतरनाक रफ्तार पर थी।
खिड़की से बाहर झुकने के दावे की पुष्टि नहीं
एक और अफवाह यह थी कि हादसे के समय कार में बैठे कुछ युवक खिड़की या सनरूफ से बाहर झुके हुए थे, जिससे टक्कर के बाद दो पीड़ितों के सिर धड़ से अलग हो गए। पुलिस ने इन दावों की भी पुष्टि नहीं की है और माना जा रहा है कि सिर पर लगी चोटें टक्कर के तेज प्रभाव की वजह से हुई हैं।
इस हादसे के बाद विपिन अग्रवाल की अपील समाज से सहानुभूति और संयम की उम्मीद करती है, ताकि पीड़ित परिवारों को अनावश्यक तकलीफ से बचाया जा सके।