रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को बिना नाम लिए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दुनिया में कुछ ताकतें भारत की तेज़ी से हो रही तरक्की से खुश नहीं हैं। उन्हें यह बर्दाश्त नहीं हो रहा कि भारत इतनी तेज़ गति से आगे बढ़ रहा है। “उन्हें लगता है कि सबके ‘बॉस’ तो वे हैं, फिर भारत इतनी तेज़ी से कैसे आगे निकल रहा है?” उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग तो यह कोशिश भी कर रहे हैं कि भारत में बनी चीजें, उनके देशों के उत्पादों से महंगी हो जाएं ताकि उनकी बिक्री घट जाए।
राजनाथ सिंह ने दृढ़ता के साथ कहा, “इन सारी चुनौतियों के बावजूद भारत जिस गति से आगे बढ़ रहा है, उसे अब दुनिया की कोई भी ताकत विश्व की एक बड़ी शक्ति बनने से नहीं रोक सकती।”
रक्षा क्षेत्र में ‘नया भारत’
रक्षा मंत्री ने याद दिलाया कि पहले भारत को हवाई जहाज, हथियार और सैन्य प्लेटफॉर्म जैसी ज़रूरी वस्तुएं विदेशों से खरीदनी पड़ती थीं, जिनमें उनकी पूंजी और तकनीक लगी होती थी। लेकिन आज तस्वीर बदल चुकी है—अब अधिकांश रक्षा उपकरण भारत में, भारतीयों के हाथों बन रहे हैं और दुनिया के कई देशों को निर्यात भी किए जा रहे हैं।
निर्यात में ऐतिहासिक उछाल
राजनाथ सिंह ने बताया कि 2014 से पहले भारत के रक्षा उत्पादों का निर्यात मात्र 600 करोड़ रुपये का था। “आज हम 24,000 करोड़ रुपये से अधिक के रक्षा उत्पाद विदेशों को बेच रहे हैं। यही भारत की ताकत है, यही नए भारत का नया रक्षा क्षेत्र है, और यह निर्यात लगातार बढ़ेगा।”
#WATCH Raisen, Madhya Pradesh: Defence Minister Rajnath Singh says, “There are some people who are not happy with the speed at which India is developing. They are not liking it. ‘Sabke boss toh hum hain’, how is India growing at such a fast pace? And many are trying that the… pic.twitter.com/kucYjXnNNX
— ANI (@ANI) August 10, 2025
तकनीकी क्रांति में भारतीय युवाओं की भूमिका
उन्होंने कहा कि पहले जिस तकनीक का विकास विदेशी युवा करते थे, अब वही तकनीक भारतीय युवा भी तैयार कर रहे हैं। हथियार, बम, तोप, गोले और मिसाइल जैसे उच्च-स्तरीय रक्षा उत्पाद अब देश में ही विकसित हो रहे हैं, जो भारत की आत्मनिर्भरता और सुरक्षा क्षमता को नई ऊंचाइयों तक ले जा रहे हैं।
ऑपरेशन ‘सिंदूर’—कर्म देखकर वार
पहलगाम की घटना का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि दुश्मन को लगा था भारत चुप बैठ जाएगा, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प साफ था—जवाब देंगे और मुंहतोड़ देंगे।
“हम धर्म पूछकर नहीं मारते, हम कर्म देखकर मारते हैं—और ऑपरेशन सिंदूर में हमने कर्म देखकर मारा। दुनिया को हमने यह संदेश दिया कि भारत किसी को छेड़ता नहीं, लेकिन अगर कोई हमें छेड़े तो हम उसे छोड़ते भी नहीं।”