पंजाब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भ्रष्टाचार को समाज के लिए “अभिशाप” और “नासूर” बताते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान से राज्य के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की व्यापक और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह पता लगाना बेहद ज़रूरी है कि क्या किसी भी राजनीतिक नेता ने भ्रष्ट गतिविधियों या अवैध धन-प्रवाह से लाभ अर्जित किया है।
कांग्रेस के भीतर पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू के गंभीर आरोपों से पैदा हुए राजनीतिक घमासान के बीच, जाखड़ ने मान को 16 जून को भेजे अपने उस पत्र की याद दिलाई जिसमें उन्होंने ड्रग मनी ट्रेल की जांच पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की निगरानी में कराने की मांग की थी।
जाखड़ ने कहा कि “पिछले कुछ वर्षों में पंजाब के कई नेताओं की जीवनशैली अचानक बदल गई है। कुछ नेता जो कभी साइकिल पर आया करते थे, आज लग्जरी गाड़ियों और फ़ार्महाउस के मालिक हैं। इतनी बड़ी रकम कहां से आई, इसकी जांच होना आवश्यक है।”
“भ्रष्टाचार समाज में नासूर बन चुका है”—जाखड़
मंगलवार को सोशल मीडिया पर डाली अपनी पोस्ट में जाखड़ ने कांग्रेस या नवजोत कौर सिद्धू का नाम लिए बिना कहा,
“भ्रष्टाचार आज समाज में नासूर बन चुका है। 70 साल तक सत्ता में रही पार्टी के वरिष्ठ नेता अब एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहे हैं। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है।”
मुख्यमंत्री से ‘सभी दलों के नेताओं’ की जांच का आग्रह
अपनी पोस्ट में जाखड़ ने सीधा सवाल उठाया,
“भगवंत मान जी, आपने भ्रष्टाचार को कैंसर कहा था और दावा किया था कि आपके पास कई फाइलें हैं। तो उन फाइलों को सार्वजनिक क्यों नहीं किया जाता?”
जाखड़ ने दोहराया कि सभी दलों—जिसमें वे स्वयं भी शामिल हैं—के नेताओं की समयबद्ध जांच हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की निगरानी में होनी चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि ड्रग नेटवर्क और भ्रष्टाचार से किसने और कितना लाभ उठाया।
उन्होंने 16 जून को भेजे गए पत्र का हवाला देते हुए कहा कि ड्रग मनी मामले में “ताकतवर और प्रभावशाली” लाभार्थियों को पहचानना अत्यंत आवश्यक है।
“ड्रग-धन की ट्रेल का पता लगाए बिना लड़ाई अधूरी”
जाखड़ ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे स्वयं मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर एक स्वतंत्र और विश्वसनीय जांच एजेंसी द्वारा निगरानी में जांच स्थापित करवाएँ।
उन्होंने कहा, “जब तक ड्रग-धन की ट्रेल का पता नहीं लगाया जाएगा, पंजाब को नशामुक्त बनाने की कवायद सिर्फ एक दिखावा बनकर रह जाएगी।”
“छोटे कारोबारियों की गिरफ्तारी से कुछ हासिल नहीं होगा”
जाखड़ ने जोर देकर कहा कि हज़ारों नशेड़ियों और छोटे पेडलरों की गिरफ्तारी से स्थिति में कोई बड़ा बदलाव नहीं आएगा।
उन्होंने कहा, “बड़ी मछलियों तक पहुँचना और असली लाभार्थियों को पकड़ना ही असली समाधान है—चाहे वे किसी भी दल के नेता हों या प्रशासनिक अधिकारी। पंजाब में ड्रग कार्टेल बिना राजनीतिक या प्रशासनिक संरक्षण के फल-फूल नहीं सकते।”
उन्होंने दोहराया कि ड्रग कारोबार की जड़ पैसे के प्रवाह में है, और उसी को ट्रैक किए बिना इस समस्या का वास्तविक समाधान असंभव है।














