
हाल ही में हुए एक बड़े सैन्य ऑपरेशन के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसी क्रम में नोएडा के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों, मॉल, स्कूल और खासकर ट्रांसपोर्ट हब्स पर सुरक्षा तैयारियों को परखने के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही हैं। इसी सिलसिले में नोएडा के व्यस्ततम मेट्रो स्टेशनों में से एक बोटैनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन पर CISF और नोएडा पुलिस की ओर से एक वृहद मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया गया।
इस अभ्यास के दौरान स्टेशन पर सामान्य गतिविधियां जारी रहीं, लेकिन सुरक्षाबलों ने अचानक आपात स्थिति का सीन क्रिएट कर सुरक्षा प्रक्रिया को अमल में लाया। इस मॉक ड्रिल में यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने, संदिग्ध वस्तुओं की पहचान, फर्स्ट रेस्पॉन्डर की कार्रवाई और भीड़ नियंत्रण जैसी स्थितियों का अभ्यास किया गया।
कौन रहे शामिल:
इस अभ्यास की निगरानी नोएडा पुलिस के डीसीपी राम बदन सिंह, एसीपी प्रवीण सिंह, एडीसीपी सुमित शुक्ला, सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी, तथा कई थानों के थाना प्रभारी और पुलिस बल के जवानों ने की। मॉक ड्रिल के दौरान सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय, आपसी संवाद, और त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता का मूल्यांकन किया गया।

मॉक ड्रिल क्यों होती हैं?
मॉक ड्रिल का उद्देश्य केवल सुरक्षा एजेंसियों को अभ्यास देना नहीं होता, बल्कि यह आम नागरिकों के बीच जागरूकता फैलाने का भी एक प्रभावी माध्यम होता है। ये अभ्यास यह परखने के लिए किए जाते हैं कि यदि किसी स्थान पर आतंकी हमला, बम विस्फोट, आगजनी, भीड़भाड़ में भगदड़ या अन्य कोई आपात स्थिति उत्पन्न हो जाए, तो प्रशासन, सुरक्षा बल, स्थानीय पुलिस और सामान्य जनता किस हद तक तैयार हैं और उनका रिस्पॉन्स टाइम कितना है।
इस बार मॉक ड्रिल की ज़रूरत क्यों पड़ी?
हाल ही में देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ एक बड़ा सैन्य ऑपरेशन चलाया, जिसमें कई संदिग्ध मारे गए। इसके बाद खुफिया एजेंसियों ने संभावना जताई कि बदले की कार्रवाई में सार्वजनिक स्थानों को निशाना बनाया जा सकता है। इसी चेतावनी को देखते हुए गृह मंत्रालय ने देशभर में सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा समीक्षा और मॉक ड्रिल के निर्देश दिए। नोएडा, दिल्ली-एनसीआर का संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण यहां विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
आम जनता को भी किया गया जागरूक:
ड्रिल के दौरान यात्रियों को बताया गया कि आपात स्थिति में क्या करें, कैसे बचाव करें, किन नंबरों पर संपर्क करें और संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी कैसे दें। यह न सिर्फ सुरक्षा एजेंसियों के लिए मूल्यवान अनुभव है, बल्कि नागरिकों के लिए भी एक शिक्षाप्रद अनुभव बनता है।
अंततः, बोटैनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन पर हुई यह मॉक ड्रिल यह दर्शाती है कि नोएडा प्रशासन, पुलिस, और CISF किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह से सतर्क और तैयार हैं। आने वाले दिनों में नोएडा के अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर भी इस तरह के सुरक्षा अभ्यास जारी रहेंगे।

VIKAS TRIPATHI
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