
जंगीपुर (गाजीपुर): हृदयगति रुकने के कारण 21 जनवरी को वायुसेना के जवान आत्मा सिंह भारती की मौत हो गई। आत्मा सिंह भारती का पार्थिव शरीर शनिवार को गोरखपुर एयरपोर्ट से विशेष वायुसेना विमान द्वारा उनके पैतृक गांव लाया गया। जवान की मौत के चार दिन बाद उनका पार्थिव शरीर ताबूत में रखा हुआ गांव पहुंचा, जहां परिजनों और गांववालों का दिल दहला देने वाला दृश्य था। शव को देखकर उनके परिजन बिलख-बिलख कर रोने लगे। जवान का छोटा भाई अपने भाई के शव से लिपटकर चीख-चीख कर रो रहा था।
जवान के शव के गांव पहुंचने पर पूरे गांव में एक गहरी चुप्प और सन्नाटा छा गया था। जैसे ही शव को गांव के मुख्य मार्ग पर लाया गया, गांव के लोग और युवा “अमर रहे” और “भारत माता की जय” के नारे लगाते हुए जवान के सम्मान में खड़े हो गए। श्मशान घाट तक उनके शव को एक विशेष गाड़ी में ले जाया गया, जहां वायुसेना के अधिकारियों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर की अंतिम सलामी दी गई।

आत्मा सिंह भारती 2017 में भारतीय वायुसेना के X ग्रुप में तमिलनाडु के सुलूर में भर्ती हुए थे। वे पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहते थे, और यही कारण था कि उन्हें पहली बार में ही एयरफोर्स में चयन मिल गया था। उनके चयन से परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई थी। हालांकि, कुछ ही समय बाद आत्मा के माता-पिता का निधन हो गया था।
आत्मा के तीन भाई थे, जिनमें से बड़े भाई उत्तर प्रदेश पुलिस में कार्यरत हैं और दूसरे भाई घर पर रहते हैं। आत्मा सिंह की शादी नहीं हुई थी, लेकिन उनका काम और परिवार के लिए समर्पण सभी के दिलों में गहरी छाप छोड़ गया।
21 जनवरी की रात दस बजे वायुसेना के जवान की अचानक हृदयगति रुकने से मौत हो गई। वायुसेना के अधिकारियों द्वारा मेडिकल जांच पूरी करने के बाद शनिवार को विशेष विमान से उनका शव गोरखपुर एयरपोर्ट लाया गया। इसके बाद विशेष गाड़ी द्वारा शव को उनके पैतृक गांव लाया गया।
गांव में उनका शव देख कर परिजनों की आंखों में आंसू थे और उनके दोनों भाई अपने भाई के शव से लिपट कर रोने लगे। उनके सम्मान में गांव के युवा एकजुट होकर भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे।
इस मौके पर समाजवादी पार्टी के विधायक वीरेंद्र यादव, भाजपा जिला अध्यक्ष सुनील सिंह, और जिले के अन्य सम्मानित जनप्रतिनिधि भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
आत्मा सिंह की असामयिक मृत्यु ने परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है। जवान के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें सम्मान दिया गया, और उनकी वीरता को हमेशा याद किया जाएगा।