
Canada’s New Allegation Against India: कनाडा की एक जांच रिपोर्ट में भारत पर वहां के चुनावों में दखल देने का आरोप लगाया गया है, जिसे भारत ने सिरे से खारिज कर दिया है। भारत ने जवाबी बयान में कहा कि कनाडा खुद भारत के आंतरिक मामलों में लगातार हस्तक्षेप कर रहा है।
खालिस्तानी मुद्दे पर भी भारत से टकरा चुका है कनाडा
यह पहली बार नहीं है जब कनाडा ने भारत पर आरोप लगाया हो। इससे पहले भी कनाडा ने खालिस्तानी मुद्दे पर भारत से संबंध बिगाड़ने की कोशिश की थी। भारत विरोधी रवैये के चलते प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को भारी आलोचना झेलनी पड़ी और अंततः उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
अब एक बार फिर कनाडा ने भारत पर विदेशी चुनावी हस्तक्षेप का आरोप लगाया है। उसकी हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ विदेशी ताकतें कनाडा के चुनावों में प्रभाव डालने की कोशिश कर रही हैं, जिसमें भारत का भी नाम लिया गया है।
जांच रिपोर्ट में क्या कहा गया?
इस जांच का नेतृत्व कमिश्नर मैरी-जोसी हॉग ने किया। उन्होंने कहा कि चीन की तरह भारत भी कनाडा में राजनयिक माध्यमों और प्रॉक्सी एजेंटों के जरिए दखल देता है। रिपोर्ट में दावा किया गया कि भारत समर्थक उम्मीदवारों को गुप्त रूप से वित्तीय सहायता दी जा सकती है।
123 पन्नों की इस रिपोर्ट में रूस, पाकिस्तान और ईरान का भी नाम लिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल कनाडा ने छह भारतीय राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था और उन पर भारत सरकार के अभियान का हिस्सा होने का आरोप लगाया था।
भारत का जवाब: ‘कनाडा खुद कर रहा है हस्तक्षेप’
भारत ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कनाडा खुद भारत के आंतरिक मामलों में दखल दे रहा है। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि कनाडा की यह रिपोर्ट एकतरफा और आधारहीन है।
पिछले साल कनाडा ने भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जुड़े गलत सूचना फैलाने का भी आरोप लगाया था, जबकि रिपोर्ट ने खुद यह माना था कि उसकी हत्या से किसी विदेशी सरकार के जुड़े होने के प्रमाण नहीं मिले।
तनावपूर्ण रिश्तों पर असर
भारत ने कनाडा को चेतावनी दी है कि इस तरह के निराधार आरोप दोनों देशों के पहले से ही तनावपूर्ण रिश्तों को और खराब करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह के बयानों से द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचेगा और इससे बचना चाहिए।