बिरनो (गाजीपुर): सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों को सशक्त और डिजिटल बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। प्रत्येक पंचायत भवन में कंप्यूटर, वाई-फाई जैसी डिजिटल सुविधाएं उपलब्ध हैं और पंचायत सहायक की भी नियुक्ति की गई है ताकि ग्रामीणों को जरूरी सेवाएं आसानी से मिल सकें। लेकिन बिरनो ब्लॉक स्थित पंचायत सचिव गोपाल सिंह की लापरवाही ने इस व्यवस्था को सवालों के घेरे में ला दिया है। यह पूरा वाकया आज मंगलवार को बिरनो ब्लॉक परिसर में देखने को मिला।
सूत्रों के अनुसार, सचिव गोपाल सिंह ने अपने कार्यों को निजी व्यक्ति को सौंप दिया है, जो ब्लॉक परिसर में पूर्व में बंद पड़े एडियो पंचायत कार्यालय के कक्ष में बैठकर काम कर रहा है। सरकारी भवन में प्राइवेट व्यक्ति द्वारा कार्य करवाना न केवल नियमों का उल्लंघन है बल्कि पारदर्शिता और जवाबदेही पर भी सवाल खड़े करता है।
ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें साधारण नकल या प्रमाणपत्र जैसी सेवाओं के लिए भी सचिव के इस निजी व्यक्ति के आगे-पीछे भटकना पड़ता है। इससे आम जनता को भारी परेशानी हो रही है।
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी बिरनो कौस्तुभ मणि पाठक ने कहा कि सरकारी भवन में निजी व्यक्ति द्वारा कार्य करना पूर्णतः नियम विरुद्ध है, अगर ऐसा पाया गया तो संबंधित कक्ष को सील कर दिया जाएगा। मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य ने भी मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया है।