
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और हरियाणा के पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने शनिवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
हरियाणा के जींद के सफीदों से भाजपा नेता आर्य ने भगवा पार्टी द्वारा राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपनी पहली सूची जारी करने के एक दिन बाद अपने इस्तीफे की घोषणा की और उनका नाम सूची से गायब था।
बुधवार को घोषित सूची के अनुसार, पार्टी ने सफीदों से पूर्व जेजेपी विधायक रामकुमार गौतम को मैदान में उतारने का फैसला किया है।
हरियाणा के पूर्व मंत्री ने पार्टी को भेजे अपने त्यागपत्र में प्राथमिक सदस्यता के साथ-साथ राज्य कार्यसमिति में अपना पद भी त्याग दिया।
2019 का चुनाव 3,000 वोटों से हारने वाले आर्य 2024 के चुनावों की तैयारी कर रहे थे। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है। गौरतलब है कि आर्य उम्मीदवारी के मुद्दे पर इस्तीफा देने वाले पहले व्यक्ति नहीं हैं। आर्य से पहले लक्ष्मण नापा और रणजीत सिंह चौटाला समेत कुछ अन्य नेता टिकट के मुद्दे पर पार्टी छोड़ चुके हैं।
इससे पहले 5 सितंबर को हरियाणा के कैबिनेट मंत्री चौधरी रणजीत सिंह चौटाला ने पद से इस्तीफा दे दिया था। चौटाला रानिया विधानसभा से टिकट न दिए जाने से पार्टी से नाराज थे। भगवा ने रानिया सीट से शीशपाल कंबोज को मैदान में उतारा है। रतिया से मौजूदा विधायक लक्ष्मण नापा ने 6 सितंबर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। नापा को 5 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भी टिकट नहीं दिया गया था। नापा ने प्रदेश पार्टी प्रमुख मोहन लाल बडोली को लिखे पत्र में कहा कि वह पार्टी छोड़ रहे हैं और इसकी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।
भाजपा के पूर्व प्रदेश मंत्री करण कंबोज ने पहली सूची जारी होने के बाद न केवल पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, बल्कि यह भी कहा कि चुनाव लड़ने का मौका न दिए जाने के बाद वह पार्टी को हराने के लिए काम करेंगे।