पटना (बिहार): विधानसभा चुनाव से पहले राजद (RJD) में टिकट बंटवारे को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। पार्टी की वरिष्ठ नेता और महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रितु जायसवाल ने अपने ही दल के खिलाफ बगावती रुख अपनाते हुए रविवार (19 अक्टूबर) को घोषणा की कि वह परिहार विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगी।यह निर्णय उन्होंने तब लिया जब खबरें आने लगीं कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें परिहार की जगह बेलसंड सीट से उम्मीदवार बनाने की योजना बनाई है, जबकि परिहार सीट से टिकट पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे की बहू स्मिता पूर्वे को दिया गया है।
रितु जायसवाल का खुला ऐलान
रितु जायसवाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा —
“कल शाम जैसे ही चर्चा हुई कि मुझे परिहार से टिकट न देकर बेलसंड से दिया जा सकता है, परिहार की जनता के हजारों फोन और संदेश आने लगे — ‘मैडम, परिहार को मत छोड़िए।’”
उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले पांच वर्षों से परिहार की मिट्टी और जनता के संघर्ष को करीब से महसूस किया है और इस क्षेत्र की बदहाली के लिए न केवल मौजूदा भाजपा विधायक गायत्री देवी, बल्कि पूर्व विधायक डॉ. रामचंद्र पूर्वे भी जिम्मेदार हैं।
“गद्दारी का इनाम मिला है”
अपने पोस्ट में रितु जायसवाल ने डॉ. पूर्वे पर तीखा हमला करते हुए लिखा —
“पिछले चुनाव में डॉ. पूर्वे ने पार्टी के विधान परिषद सदस्य रहते हुए राजद से गद्दारी की थी, जिसके कारण मुझे मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा। अब जब पार्टी ने उनकी बहू को टिकट दिया है, तो यह उनकी गद्दारी का पुरस्कार जैसा प्रतीत होता है।”
उन्होंने स्पष्ट कहा —
“परिहार को छोड़कर किसी अन्य सीट से चुनाव लड़ना मेरी आत्मा स्वीकार नहीं कर सकती। यदि पार्टी अपना निर्णय नहीं बदलती, तो मैं परिहार से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगी।”
आज दाखिल करेंगी नामांकन
एक अन्य पोस्ट में जायसवाल ने समर्थकों से अपील करते हुए लिखा —
“मैं कल (20 अक्टूबर) सुबह परिहार विधानसभा से स्वतंत्र अभ्यर्थी के रूप में नामांकन करने जा रही हूं। परिहार की जनता और समर्थकों से आग्रह है कि बड़ी संख्या में पहुंचकर अपना आशीर्वाद दें।”
!!! परिहार की जनता के नाम संदेश !!!
कल शाम जैसे ही यह चर्चा फैली कि मुझे #परिहार से टिकट न देकर #बेलसंड से दिए जाने की संभावना है, परिहार की जनता के असंख्य फोन और फेसबुक-ट्विटर पर संदेश आने लगे। सबकी एक ही अपील थी – “मैडम, परिहार को मत छोड़िए।”
पिछले पाँच वर्षों से मैंने परिहार…
— Ritu Jaiswal (@activistritu) October 19, 2025
आरजेडी में बढ़ा असंतोष
हालांकि RJD ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की आधिकारिक सूची जारी नहीं की है, लेकिन सोशल मीडिया पर तेजस्वी यादव द्वारा स्मिता पूर्वे को पार्टी का चुनाव चिह्न सौंपते हुए तस्वीरें वायरल हो चुकी हैं।
इससे पार्टी के भीतर टिकट वितरण को लेकर असंतोष खुलकर सामने आ गया है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि रितु जायसवाल का यह कदम महागठबंधन के लिए झटका साबित हो सकता है, क्योंकि वह परिहार क्षेत्र में मजबूत जनाधार रखती हैं और महिला मतदाताओं में उनकी अच्छी पकड़ है।
कौन हैं रितु जायसवाल
रितु जायसवाल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत सिंहवाहिनी पंचायत की मुखिया के रूप में की थी। वह पूर्व सिविल सेवक अरुण कुमार की पत्नी हैं, जिन्होंने सरकारी नौकरी छोड़कर पंचायत चुनाव लड़ा और मुखिया बने। रितु जायसवाल ने 2019 लोकसभा चुनाव में शिवहर सीट से RJD के टिकट पर मुकाबला किया था, लेकिन JDU की लवली आनंद से लगभग 30,000 मतों के अंतर से हार गईं थीं।
प्रमुख बिंदु
बिहार चुनाव से पहले RJD में टिकट बंटवारे पर बवाल।
रितु जायसवाल ने बगावत कर परिहार से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे की बहू स्मिता को टिकट मिलने पर नाराजगी।
रितु जायसवाल ने कहा — “यह मेरे मन की आवाज है, परिहार की जनता का सम्मान है।”
राजनीतिक हलकों में माना जा रहा है कि यह कदम महागठबंधन को नुकसान पहुंचा सकता है।