
Delhi Elections: 7 MLAs Resign, Accuse Kejriwal of Betrayal: दिल्ली में 5 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के 7 विधायकों ने प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इन सभी विधायकों के टिकट इस बार आम आदमी पार्टी ने काट दिए थे, जिसके बाद उन्होंने नाराजगी जाहिर की और पार्टी छोड़ने का फैसला किया।
इस्तीफा देने वालों में त्रिलोकपुरी से रोहित महरौलिया, जनकपुरी से राजेश ऋषि, कस्तूरबा नगर से मदनलाल, पालम से भावना गौड़, बिजवासन से बीएस जून, आदर्श नगर से पवन शर्मा और महरौली से नरेश यादव शामिल हैं।
AAP पर दलित वोट बैंक के इस्तेमाल का आरोप
इस्तीफा देते हुए रोहित महरौलिया ने अरविंद केजरीवाल के नाम एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने AAP पर दलित समाज के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “मैंने अन्ना आंदोलन के दौरान अपनी 15 साल पुरानी नौकरी छोड़कर यह सोचकर पार्टी जॉइन की थी कि आप दलित समाज को समानता और सामाजिक न्याय दिलाएंगे, लेकिन आपने मेरे समाज को सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया।”
उन्होंने लिखा कि “AAP ने बार-बार दलितों और वाल्मीकि समाज के उत्थान की बात की, लेकिन न ठेकेदारी प्रथा खत्म हुई, न ही अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी किया गया। आपकी सरकार ने हमारे समाज की परेशानियों को हल करने के बजाय हमें सिर्फ वोट बैंक समझकर इस्तेमाल किया।”
“AAP भ्रष्टाचार के दलदल में फंस चुकी है” – नरेश यादव
इस्तीफा देने वाले महरौली के विधायक नरेश यादव ने भी AAP पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने लिखा, “अन्ना आंदोलन से निकली AAP को भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए बनाया गया था, लेकिन अब यह पार्टी खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंस चुकी है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने महरौली में पिछले 10 साल पूरी ईमानदारी से काम किया, लेकिन आज AAP में ईमानदारी की कोई जगह नहीं बची। जनता भी मानती है कि पार्टी ने लोगों को धोखा दिया है। यह पार्टी अब भ्रष्टाचार से घिर चुकी है, इसलिए इसे छोड़ना ही सही फैसला है।”
चुनाव से पहले AAP में असंतोष, बीजेपी-कांग्रेस की निगाहें
दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 7 विधायकों का इस्तीफा AAP के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इससे विपक्षी दलों बीजेपी और कांग्रेस को राजनीतिक बढ़त मिल सकती है। अब देखना होगा कि ये विधायक आगे किस पार्टी का रुख करते हैं और AAP इस संकट से कैसे निपटती है।