
गाजीपुर जनपद के ऐतिहासिक भूडकुड़ा सिद्धपीठ मठ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इस प्राचीन मठ, जिसकी स्थापना लगभग 500 साल पहले हुई थी, से जुड़ी संत भीखा और गुलाल जैसे महापुरुषों की चमत्कारी कहानियां आज भी जनमानस में जीवित हैं।
जखनिया के विधायक बेदी राम ने विधानसभा में इस मठ के कायाकल्प और पर्यटन स्थल के रूप में इसे घोषित करने की मांग रखी थी। विधायक की इस पहल के बाद लखनऊ से आए अभियंता संदीप कुमार और अन्य अधिकारियों ने विधायक और स्थानीय नेताओं के साथ मठ का गहन सर्वेक्षण किया।
मठ का महत्व:
यह मठ झूठ और सच के निर्णय के लिए प्रसिद्ध है। दूर-दराज से लोग यहां आते हैं और अपने विश्वास की पुष्टि पाते हैं। संतों की समाधि और ऐतिहासिक कहानियों से जुड़ा यह स्थल जनआस्था का केंद्र है।
सर्वेक्षण के मुख्य बिंदु:
- मठ के सरोवर का सौंदर्यीकरण।
- गेट, लाइट और अन्य सुविधाओं का विकास।
- पर्यटकों के लिए आधारभूत संरचना तैयार करना।
विधायक बेदी राम का बयान:
“यह मठ जखनिया विधानसभा का अनमोल धरोहर है। इसका अब तक विकास न होना दुर्भाग्यपूर्ण था। हमारी कोशिश इसे विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल में बदलने की है। सर्वेक्षण के बाद जल्द ही कार्य शुरू होगा।”
सर्वेक्षण के दौरान कई स्थानीय कार्यकर्ता और नेता उपस्थित रहे, जो इस पहल को लेकर उत्साहित नजर आए।