अक्करा, घाना | 2 जुलाई 2025 — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय घाना दौरे की शुरुआत अभूतपूर्व सम्मान और ऐतिहासिक स्वागत के साथ हुई। जैसे ही पीएम मोदी घाना की धरती पर उतरे, पूरे एयरपोर्ट परिसर में ‘भारत माता की जय’ और ‘जब तक सूरज-चांद रहेगा, मोदी तेरा नाम रहेगा’ जैसे नारों से आकाश गूंज उठा। एयरपोर्ट पर मौजूद लाखों लोगों की भीड़, उत्साह, भावनाएं और सांस्कृतिक गर्मजोशी ने इस क्षण को इतिहास में दर्ज कर दिया।
राष्ट्रपति महामा ने खुद किया भव्य स्वागत
घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा ने एयरपोर्ट पर खुद पहुंचकर प्रधानमंत्री मोदी का गले लगाकर स्वागत किया और 21 तोपों की सलामी दी गई। यह दृश्य भारत और घाना के बीच बढ़ते विश्वास और रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक बन गया।
‘हरे रामा, हरे कृष्णा’ से बच्चों ने जताया प्रेम
सिर्फ नेता ही नहीं, बल्कि घाना की आम जनता, विशेषकर बच्चे, मोदी के स्वागत में शामिल हुए। नन्हें बच्चों ने ‘हरे रामा, हरे कृष्णा’ के मधुर भजन गाकर वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। मोदी स्वयं भी इस स्नेह से अभिभूत दिखे और एक बच्चे को गोद में उठाकर प्यार जताते नजर आए।
भारत-घाना सांस्कृतिक मैत्री का उत्सव
मोदी के स्वागत में स्थानीय सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किए गए, जिसमें पारंपरिक पोशाक में सजे कलाकारों ने भारत-घाना संबंधों की सांस्कृतिक एकता को मंच पर उतार दिया। जनता हाथों में भारत के तिरंगे लिए, नाचती-गाती प्रधानमंत्री के समर्थन में एकजुट दिखी। यह दृश्य मानो दोनों देशों के संबंधों में एक नए युग की शुरुआत का संकेत था।
‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित
इस भव्य स्वागत के साथ-साथ पीएम मोदी को घाना की राजधानी अक्करा में आयोजित एक विशेष समारोह में घाना का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, “The Officer of the Order of the Star of Ghana”, प्रदान किया गया। इस सम्मान को स्वीकार करते हुए मोदी ने कहा:
“यह सम्मान मैं भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित करता हूं। यह हमारे दोनों देशों के बीच सदियों पुराने संबंधों और आपसी आदर का प्रतीक है।“
सोशल मीडिया पर भावनात्मक पोस्ट
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर भी घाना वासियों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। उन्होंने लिखा:“राष्ट्रपति महामा द्वारा एयरपोर्ट पर किए गए सम्मान से मैं अत्यंत गौरवान्वित हूं। अकरा में भारतीय समुदाय ने जो स्नेह और एकजुटता दिखाई, वह मेरे लिए अविस्मरणीय है। भारत और घाना मिलकर सहयोग और साझेदारी के नए रास्ते तलाशने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा केवल कूटनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा, सांस्कृतिक गहराई और मानवीय जुड़ाव की जीवंत मिसाल बन गया है। घाना की धरती पर गूंजती ‘भारत माता की जय’ की आवाजें इस बात का प्रमाण हैं कि भारत का नेतृत्व वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयां छू रहा है।