
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बाबा का बुलडोजर फिर से गरजने वाला है। जिला प्रशासन ने शाहबेरी गांव में 10950 वर्ग मीटर की शत्रु संपत्ति को अवैध कब्जों से मुक्त कराने का निर्णय लिया है। इस जमीन की कुल कीमत 100 करोड़ रुपए से भी अधिक है। 28 अगस्त 2024 तक बाबा का बुलडोजर इस इलाके में चलाया जाएगा।
शाहबेरी गांव के चार खसरा नंबरों पर फैली इस शत्रु संपत्ति पर बने करीब 150 दुकानों और चार मकानों को ध्वस्त किया जाएगा। प्रशासन ने इससे पहले भी अवैध निर्माण को हटाने के लिए नोटिस जारी किया था, जिसका समय सीमा अब समाप्त हो चुकी है। कस्टोडियन और दादरी तहसील के अधिकारियों ने शुक्रवार को इलाके का निरीक्षण कर कार्रवाई को अंतिम रूप दिया है।
यह शत्रु संपत्ति भारत-पाकिस्तान विभाजन के समय की है, जिस पर भूमाफियाओं ने कब्जा कर लिया था। अब बाबा का बुलडोजर इन अवैध कब्जों को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
शाहबेरी में शत्रु संपत्ति पर बाबा का बुलडोजर, अधिकारियों ने दिए खाली करने के निर्देश
शुक्रवार को कस्टोडियन लखनऊ कार्यालय और एसडीएम दादरी अनुज नेहरा ने शाहबेरी गांव का दौरा किया, जहां शत्रु संपत्ति का निरीक्षण किया गया। इस दौरान अधिकारियों ने मौके पर मौजूद लोगों को तत्काल कब्जा खाली करने के निर्देश दिए। लेखपाल दर्शन कुमार और उनकी टीम ने पहले ही अवैध निर्माणों पर नोटिस चस्पा कर दिए थे, जिसमें सभी को सात दिनों के भीतर निर्माण हटाने का समय दिया गया था। हालांकि, अधिकांश ने इस निर्देश का पालन नहीं किया। अब प्रशासन ने पुलिस बल के साथ इन दुकानों और मकानों को ध्वस्त करने का फैसला किया है।
क्या है शत्रु संपत्ति?
शत्रु संपत्ति वह संपत्ति होती है, जो सरकार के अधिकार में होती है। भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के समय, जो लोग पाकिस्तान चले गए थे, उनकी जमीन और मकान सरकार के अधिकार में आ गए थे। ऐसी संपत्तियों को भारत के राजस्व रिकॉर्ड में शत्रु संपत्ति के रूप में दर्ज किया गया है।
ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी गांव में भी ऐसी ही शत्रु संपत्ति पर भूमाफियाओं ने कब्जा कर रखा है। अब जिला प्रशासन इस शत्रु संपत्ति को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए बाबा का बुलडोजर चलाएगा, ताकि यह जमीन सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार पुनः सरकार के अधिकार में आ सके।