
मुंबई: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी पर उनके बेटे विधायक जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर गोली चलाई गई, जिसके बाद एक चश्मदीद ने उस खौफनाक मंजर को बयां किया है। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री को मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
‘जब फायरिंग हुई…’: चश्मदीद ने सुनाई खौफनाक दास्तान
बाबा सिद्दीकी की हत्या के कुछ घंटों बाद एक चश्मदीद ने उस पल की डरावनी तस्वीर पेश की जब हमलावरों ने एनसीपी नेता पर पटाखे फोड़ते समय गोलियां बरसाईं। छत्रपाल सरोज, जो घटना के वक्त पास में मौजूद थे, ने कहा, “जब फायरिंग हुई, तो भगदड़ मच गई। पहले तो उन्हें लगा कि पटाखे फूट रहे हैं, लेकिन जब फायरिंग शुरू हुई, तो हर तरफ अफरा-तफरी मच गई।”उन्होंने आगे कहा, “पुलिस भी यहां मौजूद थी, फिर भी फायरिंग हो गई।”
बाबा सिद्दीकी के नियमित चाय विक्रेता ने बयां की घटना
चाय बेचने वाले तिवारी, जो बाबा सिद्दीकी को रोज चाय पिलाते थे, ने भी इस घटना का जिक्र किया और उनके साथ अपने संबंधों के बारे में बताया। तिवारी ने कहा, “बाबा सिद्दीकी रोज मेरी दुकान से चाय पीते थे। जब यह घटना हुई, मैं तुरंत मौके पर गया। घटना स्थल मेरी दुकान से सिर्फ 30 मीटर की दूरी पर है।”

उन्होंने आगे बताया, “हमेशा उनके साथ एक पुलिस अधिकारी होता था। जब पटाखों के बीच फायरिंग हुई, तो सभी भागे। तभी हमें समझ आया कि क्या हुआ था। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैनात स्थानीय पुलिस ने आरोपियों में से एक को पकड़ लिया।”
बाबा सिद्दीकी की हत्या, लॉरेंस बिश्नोई गैंग की संलिप्तता का शक
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बाबा सिद्दीकी पर तीन नकाबपोश हमलावरों ने मुंबई के नर्मल नगर, बांद्रा पूर्व में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर गोली चलाई। पूर्व राज्य मंत्री को लीलावती अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वे बच नहीं सके। मुंबई पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन में से दो हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरा आरोपी अभी भी फरार है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बाबा सिद्दीकी की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए इस हत्या में सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
सिद्दीकी की हत्या की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। जांच के दौरान पकड़े गए दोनों शूटरों ने खुद को बिश्नोई गैंग का सदस्य बताया है। जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि हमलावर पिछले 25-30 दिनों से उस इलाके की रेकी कर रहे थे।