
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी नई दिल्ली विधानसभा सीट पर ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत मतदाता सूची में हेरफेर की साजिश हो रही है। केजरीवाल ने दावा किया कि 5% सही मतदाताओं के वोट काटे जा रहे हैं और 7.5% फर्जी वोट जोड़े जा रहे हैं।
“12% वोटों में हेरफेर से चुनाव का कोई मतलब नहीं”
केजरीवाल ने बताया कि उनकी विधानसभा में कुल 1,06,000 वोट हैं। बीजेपी ने 5,000 वोटों को डिलीट करने और 7,500 वोटों को जोड़ने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा, “अगर 12% वोट इधर से उधर हो जाएंगे तो फिर चुनाव कराने की जरूरत ही क्या है। यह सरेआम लोकतंत्र के साथ बदमाशी है।”
“चुनाव आयोग पर बनाया जा रहा दबाव”
केजरीवाल ने चुनाव अधिकारियों को चेतावनी दी कि “आप पर दबाव बनाया जाएगा, लेकिन दस्तखत आपको करने होंगे, और ये फाइलें हमेशा के लिए सरकारी रिकॉर्ड में रहेंगी। जब सरकार बदलेगी, तो फाइलों में आपके हस्ताक्षर ही जिम्मेदार ठहराए जाएंगे। दबाव डालने वाले लोग उस वक्त आपके साथ नहीं होंगे।”
फर्जी वोटिंग और साजिश का खुलासा
केजरीवाल ने बताया कि 20 अगस्त से 20 अक्टूबर तक हुई मतदाता सूची की समीक्षा के दौरान 500 लोगों की जांच की गई, जिसमें 490 लोग सही पाए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी जानबूझकर सही मतदाताओं के नाम कटवाकर फर्जी वोटरों के नाम जुड़वा रही है।
“दिल्ली की जनता बीजेपी की साजिश नाकाम करेगी”
केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि “हरियाणा और महाराष्ट्र में उन्होंने जो हथकंडे अपनाए, वही अब दिल्ली में कर रहे हैं। लेकिन दिल्ली की जनता इसे सफल नहीं होने देगी।”
निष्पक्ष चुनावों की मांग
केजरीवाल ने चुनाव अधिकारियों से निष्पक्षता की अपील की और कहा कि “मतदाता सूची में हो रही गड़बड़ियों को तुरंत रोका जाए। दिल्ली के लोग लोकतंत्र की रक्षा के लिए तैयार हैं और इस बार बेईमानी से चुनाव जीतने की बीजेपी की कोशिशें कामयाब नहीं होंगी।”
केजरीवाल के इस बयान ने दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा दी है। आगामी चुनावों में यह मुद्दा बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर सकता है।