पटना | केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तीन दिवसीय बिहार दौरे पर हैं। शुक्रवार को पटना में आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस और महागठबंधन पर जमकर हमला बोला। शाह ने कहा कि बिहार ने आजादी की लड़ाई से लेकर लोकतंत्र की रक्षा तक, हर मोड़ पर देश का नेतृत्व किया, लेकिन गलत नीतियों और स्वार्थी राजनीति ने इसे “बीमारू राज्य” बना दिया।
इंदिरा जी की सत्ता की पिपासा से शुरू हुई थी आपातकाल की कहानी”
शाह ने अपने संबोधन में कहा, “आजादी के बाद जब इंदिरा जी ने सत्ता के लिए देश पर आपातकाल थोपा, तब लोकतंत्र बचाने का आंदोलन यहीं बिहार की धरती से शुरू हुआ था। यह वही धरती है जिसने संविधान सभा का अध्यक्ष दिया, जिसने जयप्रकाश नारायण जैसे जननायकों को जन्म दिया।”
उन्होंने सवाल किया — “ऐसा क्या हुआ कि वही बिहार आज बीमारू राज्यों की सूची में शामिल हो गया?”
बुद्धिमान युवाओं और उपजाऊ धरती वाला बिहार बीमारू कैसे बना?”
शाह ने कहा कि बिहार के युवाओं की प्रतिभा न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में मशहूर है। “यहां मां गंगा की कृपा है, भूमि उपजाऊ है, लोग परिश्रमी हैं — फिर यह राज्य पिछड़ा कैसे बना? इसका जवाब उस कालखंड में है, जब बिहार ने अपनी गरिमा खो दी।”
लालू-राबड़ी शासन ने आधी सदी पीछे धकेला”
गृहमंत्री ने कहा कि 15 वर्षों के ‘जंगलराज’ ने बिहार की हालत बदतर कर दी। उन्होंने कहा, “बुजुर्गों से पूछिए कि लालू-राबड़ी के शासन में क्या हाल था। जिसने जेल से लौटकर हाथी पर चढ़कर जुलूस निकाला, उसने बिहार को 50 साल पीछे धकेल दिया। अब वही जंगलराज, कपड़े बदलकर फिर सामने है।”
जनहित की नहीं, वोटबैंक की राजनीति करते हैं”
शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “चुनाव आते ही ये ‘घुसपैठिए बचाओ यात्रा’ निकालते हैं, लेकिन जनता के विकास के लिए कोई यात्रा नहीं निकालते। लालू जी के बेटे कहते हैं कि हर घर में सरकारी नौकरी देंगे — मुझे लगा ये किसी AI ने बना दिया होगा, लेकिन पता चला उन्होंने सचमुच ऐसा कहा है!”
परिवारवाद पर भी बोला हमला
आरजेडी पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी का भी परिवारवाद है. चंद परिवार बनकर बैठे हैं ये लोग. जिसमें माद्दा होगा वह चुनकर आएगा, हम लोग काम करते हैं. शासन वही करेगा जो टैलेंट को जगह देगा. बिहार में फिर से जंगलराज नहीं आना चाहिए. बीस साल में जो नींव पड़ी है उसे आगे बढ़ाना है, इसी को लेकर बिहार में चुनाव हो रहा है.
“ये नया बिहार है, जिसने बदलाव की राह पकड़ी है”
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार नई दिशा में बढ़ रहा है। “अब वो दिन गए जब लाठी चलाने और ले-पीने की राजनीति होती थी। यह नया बिहार है — जहां लीची, मखाना, सिल्क और कृषि के क्षेत्र में देश में नेतृत्व कर रहा है।”उन्होंने कहा कि यह चुनाव बिहार के विकास की रफ्तार को और तेज करने वाला होगा। “विपक्ष को न बिहार के युवाओं से मतलब है, न यहां की मेधा से — लेकिन अब बिहार के लोग ठान चुके हैं कि विकास की राह से कोई उन्हें भटका नहीं सकता।”














