
मुंबई: महाराष्ट्र में बजट सत्र से पहले विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (MVA) ने महायुति सरकार पर जोरदार हमला बोला। जलगांव मामले को लेकर शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे ने राज्य सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस पर अनावश्यक दबाव है, उसे काम करने दिया जाए।
आदित्य ठाकरे का हमला: पुलिस को खुली छूट दें
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आदित्य ठाकरे ने जलगांव की घटना को गंभीर बताते हुए कहा,
“किसी भी बेटी के साथ ऐसा होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। गृह मंत्री (देवेंद्र फडणवीस) सालों से वही हैं, लेकिन हालात सुधरने की बजाय बिगड़ते जा रहे हैं। पुलिस बंधी हुई है, उसे हाथ खोलने दीजिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। जलगांव मामले में एकनाथ शिंदे गुट के लोगों के शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कटाक्ष किया,
“जो खुद भगोड़ा रहा है, उसके बारे में क्या ही बात करें?”
MVA ने महायुति सरकार की ‘Tea Party’ का किया बहिष्कार
विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा दी गई ‘Tea Party’ का बहिष्कार कर सरकार पर संवादहीनता का आरोप लगाया।
MVA नेताओं ने कहा:
“महायुति सरकार और विपक्ष के बीच कोई संवाद नहीं है। कई मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं, लेकिन एक का भी इस्तीफा नहीं हुआ। सरकार विपक्ष की आवाज दबा रही है, तो फिर ‘Tea Party’ में शामिल होने का कोई मतलब नहीं।”
“लाडकी बहिन योजना महिलाओं के साथ धोखा” – MVA
विपक्षी गठबंधन ने ‘लाडकी बहिन योजना’ को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि
“चुनाव से पहले राज्य सरकार ने लाखों महिलाओं को योजना से बाहर कर दिया, अब बजट का बहाना बनाकर इसे बंद करने की साजिश रची जा रही है।”
माधवी गांव में मुस्लिम बहिष्कार पर आदित्य ठाकरे की प्रतिक्रिया
माधवी गांव में मुस्लिमों के बहिष्कार के सवाल पर आदित्य ठाकरे ने कहा,
“हमारी पार्टी और महा विकास अघाड़ी की स्थिति इस पर स्पष्ट है। लेकिन नीतेश राणे जैसे मंत्रियों की बातों को हम तवज्जो नहीं देते।”
महा विकास अघाड़ी ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था और जनहित की योजनाओं को लेकर महायुति सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है।