
ACB Grills Sanjay Singh: दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह उसके विधायकों को 15-15 करोड़ रुपये और मंत्री पद का लालच देकर पार्टी तोड़ने की कोशिश कर रही है। इस मामले में उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना के आदेश पर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने जांच शुरू कर दी है।
शुक्रवार को एसीबी की टीम आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के घर पूछताछ के लिए पहुंची, लेकिन उन्हें अंदर प्रवेश नहीं मिला। इसके अलावा, पार्टी सांसद संजय सिंह से भी पूछताछ की गई। सूत्रों के मुताबिक, संजय सिंह ने जांच में सहयोग नहीं किया और कई सवालों के जवाब नहीं दिए।
किन-किन विधायकों को आया था कॉल? एसीबी ने मांगा जवाब
एसीबी अधिकारियों ने संजय सिंह से कई अहम सवाल पूछे:
- किन-किन विधायकों को कॉल आई और उन्हें कितनी रकम ऑफर की गई?
- आपने पहले 7 विधायकों को खरीदने की बात कही, फिर 16 का जिक्र किया – बयान क्यों बदला?
- पार्टी प्रत्याशी मुकेश अहलावत जांच में शामिल क्यों नहीं हुए? वे कहां हैं?
- क्या आपके पास फोन कॉल्स या किसी अन्य तरह का सबूत है?
- कुल कितने उम्मीदवारों को पैसे का लालच देकर पार्टी छोड़ने के लिए कहा गया?
सूत्रों के मुताबिक, संजय सिंह ने इनमें से किसी भी सवाल का स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
संजय सिंह का दावा – मुझे संसद में सूचना मिली थी
संजय सिंह ने एसीबी को दी गई लिखित शिकायत में कहा कि,
“6 फरवरी को दोपहर 2:30 बजे जब मैं संसद में था, तब मुझे अपने साथियों से सूचना मिली कि बीजेपी नेता मौजूदा विधायकों और पार्टी प्रत्याशियों से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें करोड़ों रुपये व मंत्री पद का प्रलोभन देकर बीजेपी में शामिल होने के लिए कह रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि,
“2013 में भी तत्कालीन बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष शेर सिंह डागर ने हमारे विधायक को करोड़ों रुपये देकर खरीदने की कोशिश की थी। यह सब जानने के बाद मैंने पार्टी ऑफिस जाने का फैसला किया।”
मुकेश अहलावत को मिला था फोन?
संजय सिंह ने अपनी शिकायत में दावा किया कि दिल्ली सरकार के मंत्री मुकेश अहलावत को 6 फरवरी दोपहर 12:09 बजे फोन आया। फोन करने वाले ने कहा,
“हमारी सरकार बन रही है, आपको मंत्री बनाया जाएगा और 15 करोड़ रुपये भी दिए जाएंगे।”
इसके अलावा, 6 अन्य विधायकों ने भी संजय सिंह को बताया कि उन्हें भी इसी तरह के ऑफर दिए गए हैं।
बीजेपी ने बताया साजिश, कहा- चुनाव से पहले ड्रामा कर रही AAP
बीजेपी ने AAP के इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया और इसे चुनाव से पहले सुर्खियां बटोरने का हथकंडा करार दिया। बीजेपी नेताओं का कहना है कि अगर आम आदमी पार्टी के पास कोई ठोस सबूत है, तो वह सार्वजनिक करे।
क्या होगा आगे?
फिलहाल, एसीबी इस मामले की जांच तेज कर रही है और आगे अन्य विधायकों से भी पूछताछ हो सकती है। आम आदमी पार्टी इस मामले को बीजेपी के खिलाफ बड़ा मुद्दा बना सकती है, जबकि बीजेपी इसे AAP का पॉलिटिकल स्टंट करार दे रही है।
अब देखना होगा कि इस जांच का क्या निष्कर्ष निकलता है और क्या सच में विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई थी या यह सिर्फ चुनावी सियासत का हिस्सा है?

VIKAS TRIPATHI
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