
पड़ोसी देश बांग्लादेश में एक महीने से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। हालात खराब होने के बाद, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार (5 अगस्त 2024) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। बांग्लादेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ डीजी भी कोलकाता पहुंच गए हैं।
भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर हाई अलर्ट
बांग्लादेश में कानून व्यवस्था अब सेना के हाथों में है। भारत और बांग्लादेश की सीमा 4,096 किलोमीटर लंबी है। बीएसएफ ने बॉर्डर की सभी इकाइयों पर अलर्ट जारी किया है। पड़ोसी देश में एक महीने से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन जारी हैं।
बांग्लादेश छोड़कर निकलीं शेख हसीना
हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच, प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा देने के बाद अपनी बहन के साथ राजधानी ढाका से सुरक्षित स्थान के लिए निकल गईं। यह तब हुआ जब प्रदर्शनकारियों ने आरक्षण विरोध प्रदर्शनों के दौरान हसीना के इस्तीफे की मांग की, जिसमें लगभग 300 लोग मारे गए। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना के बेटे ने बांग्लादेश के सुरक्षा बलों से किसी भी अनिर्वाचित सरकार को सत्ता में आने से रोकने का आग्रह किया।
भारत सरकार ने जारी की एडवाइजरी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हजारों प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री के आवास पर धावा बोल दिया। भारत सरकार ने यात्रा परामर्श जारी करते हुए अपने नागरिकों को फिलहाल बांग्लादेश की यात्रा से बचने की सलाह दी है।
राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक
बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए, रविवार (4 अगस्त 2024) को शेख हसीना ने सुरक्षा मामलों की राष्ट्रीय समिति की बैठक बुलाई थी, जिसमें सेना, नौसेना, वायु सेना, पुलिस, रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी), बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के प्रमुख और अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल थे।