लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचेंगे। 25 दिसंबर पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है और इस अवसर पर प्रधानमंत्री लखनऊ में रहेंगे। आयोजन के दौरान वे वाजपेयी के दौर के वरिष्ठ भाजपा नेताओं से मुलाकात करेंगे और कई नेताओं को सम्मानित भी करेंगे। बताया जा रहा है कि पीएम कुछ शैक्षिक पहलों की घोषणा भी कर सकते हैं, जो पूर्व प्रधानमंत्री के नाम से समर्पित होंगी। इसके अलावा वे एक रैली को भी संबोधित करेंगे जिस में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पार्टी की कई वरिष्ठ हस्तियाँ मौजूद रहेंगी।
राष्ट्र-प्रेरणा स्थल का भव्य उद्घाटन
उसी दिन प्रधानमंत्री मोदी लखनऊ में बने राष्ट्र-प्रेरणा स्थल का उद्घाटन भी करेंगे। यह स्थल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पं. दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी को समर्पित है। यहाँ इन नेताओं की प्रतिमाएँ स्थापित हैं तथा एक आधुनिक डिजिटल संग्रहालय भी शामिल है जहाँ उनकी निजी वस्तुएँ, तस्वीरें और दस्तावेज प्रदर्शित किए गए हैं। आयोजनकर्ता बताते हैं कि यह केवल एक स्मारक नहीं, बल्कि देश के युवाओं और प्रत्येक वर्ग के लिए प्रेरणा का केंद्र होगा।
Rastriya Prerna Sthal in Lucknow is Ready 🔥
PM Modi will inaugurate this huge park on the Birth Anniversary of Late Bharat Ratna Shri Atal Bihari Vajpayee on 25 Dec. pic.twitter.com/l8PxjIK6S5
— Lucknow Index (@lucknow_index) November 30, 2025
65 एकड़ में कमल के आकार का परिसर
राष्ट्र-प्रेरणा स्थल वसंत कुंज के पास 65 एकड़ में तैयार किया गया है और इसे विशेष रूप से कमल के फूल की आकृति में डिजाइन किया गया है — जो भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का प्रतीक माना जाता है। स्थल में अटल बिहारी वाजपेयी की दूरदर्शिता, पं. दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के विचार और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के राष्ट्रवादी बलिदान को जीवंत रूप में दर्शाया गया है। 25 दिसंबर के उद्घाटन के बाद यह स्थल आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
आयोजन की तैयारियाँ और महत्व
बीजेपी के लिए यह दिन राजनीतिक व भावनात्मक दोनों मायनों में खास माना जा रहा है। कार्यक्रम के कारण सुरक्षा व व्यवस्थाओं की तैयारियाँ तेज कर दी गई हैं। पार्टी की स्थानीय व केंद्रीय नेतृत्व की मौजूदगी, निधन-पूर्व नेताओं को श्रद्धांजलि और नए शैक्षिक व पब्लिक पहल की घोषणाएँ—इन सभी बातों के चलते 25 दिसंबर को संसदीय राजनीति व पार्टी के भीतर विशेष उत्साह रहेगा।














