खबर यह है कि सोमवार को संसद परिसर में एक छोटा पिल्ला आया — और वही छोटा पिल्ला बन गया बड़ा नाटक। कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी पिल्ले के साथ गेट पर दाखिल हुईं, जहां सुरक्षा ने रोक दिया तो पूरा पार्लियामेंट जैसे हीरो-व्हिलन ड्रामे की तरह सक्रिय हो गया।
रेणुका ने बताया कि उनका मकसद कहीं भी पिल्ला लेकर संसद में घुसना नहीं था — बस एक स्कूटर और कार की टक्कर का बचा-खुचा नतीजा सड़क पर घूम रहा था, डर लगा कि यह कुचल जाएगा, उठाया, कार में रखा, संसद आईं और बाद में पिल्ले को घर भेज दिया। और फिर शुरू हुई ‘महान’ बहस: कुत्ता लाया गया या नहीं — जैसे देश के राजनीतिक एजेंडे का सबसे बड़ा मुद्दा यही हो।
Parliament’s visitors’ galleries have been blessed by a rather special guest, Congress MP Renuka Chowdhury’s pet dog 🐶 #ParliamentWinterSession pic.twitter.com/xl04bjyb3J
— Atishay Jain (@AtishayyJain96) December 1, 2025
उनका कटाक्ष भी कम तिखा नहीं था — “असल काटने वाले तो parlement में बैठे हैं।” रेणुका का तर्क था कि जो लोग देश चला रहे हैं, वही रोज़ हमें काटते हैं — और हम एक बेजुबान की खातिर चिंतित हैं तो यह कैसे बात हो सकती है? बात को एयर देने की बजाय उन्होंने सीधे सवाल किया: क्या सरकार के पास करने के लिए और कुछ नहीं है?
प्रतिक्रिया भी आई — कई लोगों ने रेणुका के बयान पर आपत्ति जताई और कहा कि किसी सांसद को अन्य सांसदों को इस तरह ‘काटने वाला’ कहना संसद की गरिमा पर हमला है। सोशल मीडिया में एक पिल्ले वाली ये कहानी जल्दी ही बन गई राजनीतिक नाटक — कोई इसे रोचक समझे तो कोई इसे अपमानजनक।
#ParliamentWinterSession | Delhi: On the controversy over bringing a dog to Parliament, Congress MP Renuka Chowdhary said, “Is there any law? I was on my way. A scooter collided with a car. This little puppy was wandering on the road. I thought it would get hit. So I picked it… pic.twitter.com/fNPkCMfOyX
— ANI (@ANI) December 1, 2025
देश में बड़े मुद्दे, मशीनों में मौतें, BLOs की खबरें — और संसद में डिबेट का सबसे गर्म विषय बनकर उभरा एक छोटा पिल्ला। अगर राजनीति शो-बिज़नेस बन चुकी है, तो पिल्ला उसकी नई स्टार बनकर किस्मत आजमा गया — कम से कम थोड़ी देर के लिए सबकी नज़रें उसी पर टिक गईं।














