नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, सोनिया गांधी और अन्य 9 व्यक्तियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने नई FIR दर्ज की है। इस FIR के सामने आने के बाद मामला राजनीतिक रूप से और गर्मा गया है व दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज़ हो गया है।
BJP का कांग्रेस पर आरोप — “स्वतंत्रता सेनानियों की संपत्ति पर कब्ज़ा”
BJP प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार की जननी है और इस मामले में गांधी-वाड्रा परिवार ने स्वतंत्रता सेनानियों की संपत्ति को निजी हितों के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश की है।”
उन्होंने इस FIR को “प्राइमा फेसी करप्शन केस” बताते हुए कहा—“ED पहले ही इस केस में कई संपत्तियों को अटैच कर चुकी है। अब दिल्ली पुलिस EOW ने करीब 2000 करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियों और क्राइम प्रोसीड्स की पहचान कर FIR दर्ज की है। कांग्रेस इसे बदले की राजनीति बता रही है, लेकिन अदालत ने अब तक किसी भी जांच पर रोक नहीं लगाई है।”
भंडारी ने आगे कहा—“अब गांधी-वाड्रा परिवार को देश के सामने जवाब देना होगा कि स्वतंत्रता सेनानियों की संपत्ति को निजी संपत्ति में क्यों बदला गया? राहुल गांधी और सोनिया गांधी भ्रष्टाचार के मामलों में सवालों के घेरे में हैं।”
#WATCH | On National Herald PMLA case, BJP spokesperson Pradeep Bhandari says, “…The Congress Party is a corrupt party that is an expert in corruption. In the National Herald case, the Gandhi-Vadra family attempted to loot the property of our freedom fighters. This is a prima… pic.twitter.com/MfSd6baEP2
— ANI (@ANI) November 30, 2025
कांग्रेस ने FIR को बताया राजनीतिक प्रतिशोध
वहीं कांग्रेस ने BJP के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और इस FIR को राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया है।
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा—“यह पूरी तरह झूठा और मनगढंत मामला है। हमारे वकील बार-बार साबित कर चुके हैं कि इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग का कोई आधार नहीं है। यह संस्था एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन है, तो ‘प्रॉफिट’ कहां से आएगा?”
कांग्रेस महासचिव और सांसद जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा—“मोदी-शाह की सरकार विपक्ष को डराने और राजनीतिक प्रतिशोध की नीति पर चल रही है। कांग्रेस नेतृत्व को लगातार टारगेट किया जा रहा है। नेशनल हेराल्ड केस पूरी तरह झूठ और बेबुनियाद है।”
क्या है अगला कदम?
नई FIR दर्ज होने के बाद मामले की जांच और तेज़ होने की संभावना है। आगे की कानूनी प्रक्रिया और अदालतों के रुख पर इस केस का राजनीतिक प्रभाव भी निर्भर करेगा।














