Friday, December 5, 2025
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मसूरी में 100वें कॉमन फाउंडेशन कोर्स का समापन, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले — “आप आदर्शवादी संरक्षक नहीं, जनता के सेवक हैं”

उत्तराखंड के मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में शनिवार (29 नवंबर 2025) को आयोजित 100वें कॉमन फाउंडेशन कोर्स के समापन समारोह को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने प्रशासनिक सेवकों की भूमिका, राष्ट्रीय सुरक्षा और आने वाली चुनौतियों पर विस्तार से बात करते हुए कहा कि “देश को 2047 तक विकसित भारत बनाने में प्रशासन और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच मजबूत तालमेल जरूरी है।”


“ऑपरेशन सिंदूर नागरिक-सैन्य समन्वय का सर्वोत्तम उदाहरण”

अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने हाल के ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि यह ऑपरेशन प्रशासनिक और सैन्य मशीनरी के बीच उत्कृष्ट समन्वय का उदाहरण रहा है। उन्होंने कहा:

“सशस्त्र बलों ने बिना किसी उकसावे के संतुलित जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। लेकिन पाकिस्तान की नीतियों और व्यवहार के कारण सीमा पर स्थिति सामान्य नहीं हो पाई।”

राजनाथ सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ऑपरेशन के दौरान सूचना प्रबंधन, जनसंपर्क और देशभर में मॉक ड्रिल को सफलतापूर्वक लागू करने की सराहना की।

“समस्याएँ केवल सूचीबद्ध न करें, समाधान भी खोजें”

रक्षा मंत्री ने प्रशिक्षु अधिकारियों को जिम्मेदारी, पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ कार्य करने का संदेश देते हुए कहा:

“आप केवल नीति निर्माता नहीं, बल्कि नागरिकों के सशक्तिकरण के साधक हैं। सत्यनिष्ठा आपके व्यवहार में विकल्प नहीं, बल्कि आपकी पहचान होनी चाहिए।”

उन्होंने जनधन योजना, डीबीटी, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन और फेसलेस टैक्स असेसमेंट जैसे सुधारों का उदाहरण देते हुए कहा कि तकनीक आज प्रशासन का सबसे बड़ा सक्षम साधन बन चुकी है और इसका उद्देश्य पहुंच, पारदर्शिता और समावेशिता बढ़ाना होना चाहिए।


महिला प्रशासनिक अधिकारियों की बढ़ती भूमिका का उल्लेख

राजनाथ सिंह ने UPSC में बढ़ती महिला भागीदारी पर प्रसन्नता जताते हुए कहा:

“नवीनतम UPSC परीक्षा में टॉपर एक महिला है और शीर्ष पांच में तीन महिलाएँ शामिल हैं। मुझे विश्वास है कि वर्ष 2047 तक भारत में कई महिलाएँ कैबिनेट सचिव बनेंगी और प्रशासनिक नेतृत्व संभालेंगी।”

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शास्त्री और सरदार पटेल को दी श्रद्धांजलि

पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर बनी इस अकादमी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि शास्त्रीजी का जीवन साहस, ईमानदारी और सरलता का आदर्श है। उन्होंने सरदार पटेल और शास्त्रीजी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और अकादमी परिसर में “ODOP मंडप” का उद्घाटन भी किया।


उम्मीदों और जिम्मेदारी का संदेश

समारोह के अंत में उन्होंने प्रशिक्षुओं को संदेश देते हुए कहा:

“देश आपसे प्रशासनिक क्षमता के साथ-साथ मानवीय संवेदनशीलता भी चाहता है। जनता के संघर्षों को समझना ही एक अधिकारी को वास्तव में जनता के लिए उपयोगी बनाता है।”

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VIKAS TRIPATHI
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VIKAS TRIPATHI भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए "पर्दाफास न्यूज" चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।
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