पटना: बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है। शाम 6 बजे से प्रचार थम जाएगा, जिसके बाद 6 नवंबर को पहले चरण का मतदान होगा। प्रचार के अंतिम दिन आरजेडी नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने जनता के सामने कई बड़े वादे किए।
तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर राज्य में महागठबंधन की सरकार बनती है तो 14 जनवरी को हर महिला के बैंक खाते में 30 हजार रुपये भेजे जाएंगे। यह राशि ‘माई बहिन योजना’ के तहत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद महिलाओं को पहले ही दिन सालभर की राशि — यानी महीने के हिसाब से ढाई हजार रुपये — एकमुश्त दी जाएगी ताकि उन्हें तुरंत लाभ मिल सके।
इसके अलावा तेजस्वी यादव ने जीविका दीदी और कम्युनिटी मोबिलाइजरों को स्थायी करने का वादा किया। उन्होंने कहा कि इन्हें हर महीने 2 हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा।
तेजस्वी यादव ने सरकारी कर्मचारियों के लिए भी राहत के संकेत दिए। उन्होंने घोषणा की कि उनकी सरकार आने पर पुरानी पेंशन योजना (ओल्ड पेंशन स्कीम) बहाल की जाएगी, और सरकारी कर्मचारियों की पोस्टिंग उनके गृह जिले से 70 किलोमीटर के भीतर की जाएगी।
किसानों के लिए मुफ्त बिजली और अतिरिक्त समर्थन मूल्य
तेजस्वी यादव ने किसानों को बड़ी राहत देने का वादा करते हुए कहा कि सिंचाई के लिए उन्हें फ्री बिजली दी जाएगी। वर्तमान सरकार 55 पैसे प्रति यूनिट वसूलती है, जिसे नई सरकार आने पर शून्य किया जाएगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि धान की खरीद पर किसानों को MSP से 300 रुपये प्रति क्विंटल अधिक और गेहूं की खरीद पर 400 रुपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त राशि दी जाएगी। पैक्स प्रतिनिधियों को जनप्रतिनिधि का दर्जा दिया जाएगा और पैक्स अध्यक्षों को मानदेय भी प्रदान किया जाएगा।
जनता बदलाव के मूड में है: तेजस्वी
प्रचार के आखिरी दिन तेजस्वी यादव ने कहा,
“हम पूरे बिहार में घूम रहे हैं। जनता बदलाव के मूड में है। इस बार बिहार की जनता 20 साल से सत्ता में काबिज सरकार को उखाड़ फेंकेगी।”
इससे पहले महागठबंधन की ओर से ‘तेजस्वी प्रण’ नामक घोषणा पत्र जारी किया गया था, जिसमें हर घर में एक सरकारी नौकरी देने का वादा किया गया था।
चुनाव प्रचार के थमने से पहले तेजस्वी यादव के इन वादों ने बिहार की सियासी गर्मी को एक बार फिर तेज कर दिया है।














