बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही बिहार की सियासत गरमा गई है। इसी कड़ी में भाजपा और एलजेपी (रामविलास) के शीर्ष नेताओं के बीच एक अहम बैठक दिल्ली में हुई, जिसमें धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े, मंगल पांडेय, चिराग पासवान और अरुण भारती मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार करीब 50 मिनट चली इस बैठक में एलजेपी ने आगामी सीटों के बँटवारे को लेकर ठोस मांगें रखीं।
एलजेपी की मांगें
एलजेपी (रामविलास) की ओर से मुख्य रूप से कहा गया कि 2024 के लोकसभा चुनाव और 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन के आधार पर उसे उपयुक्त हिस्सेदारी दी जाए। पार्टी ने विशेष तौर पर यह भी कहा कि जिन पाँच लोकसभा सीटों पर एलजेपी ने जीत हासिल की थी, उन हर लोकसभा क्षेत्र में कम से कम दो-हाउस विधानसभा सीटें पार्टी के हिस्से में आयें।
बैठक के बाद की गतिविधियाँ
प्रारम्भिक चर्चा के बाद भाजपा की ओर से चिराग पासवान को आश्वासन दिया गया कि उनकी मांगों पर पार्टी के अंदर और एनडीए सहयोगियों के साथ विचार किया जाएगा। बैठक के तुरंत बाद धर्मेंद्र प्रधान और विनोद तावड़े चिराग पासवान के घर पर भी पहुंचे और वहां भी चर्चा जारी रही। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों में एनडीए में सीट बंटवारा अंतिम रूप ले सकता है और संभवतः उसका सार्वजनिक ऐलान पटना में किया जाएगा।
चर्चा के अन्य पहलू
सूत्रों ने यह भी बताया कि आज की बैठक में सिर्फ सीटों की बात ही नहीं हुई बल्कि बिहार के चुनावी माहौल, संभावित चुनावी मुद्दे और रामविलास पासवान की पुण्यतिथि के आयोजन की तैयारियों पर भी विचार विमर्श हुआ।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं। जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनने का भरोसा जताया है, जबकि आरजेडी के तेजस्वी यादव का कहना है कि इस बार जनता परिवर्तन के पक्ष में वोट करेगी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि एनडीए ने बिहार को ‘‘जंगलराज’’ से निकाला है और सुशासन की दिशा दी है, इसलिए राज्य की जनता विकास की राजनीति का समर्थन करेगी।
नज़र
चुनावी समीकरणों और गठबंधनों पर अंतिम फैसला अभी शेष है, पर तथ्य यह है कि तेज़ गति से हो रही बैठकों और मांगों के साथ बिहार का राजनीतिक परिदृश्य बेहद प्रतिस्पर्धी बन गया है। अगले कुछ दिनों में एनडीए के भीतर ही—और पूरे राजनीतिक परिदृश्य में—कई निर्णायक मोड़ देखने को मिल सकते हैं।