सहारनपुर जिले के गंगोह इलाके में आयोजित एक कव्वाली कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और उनके जुड़वा भाई काजी नौमान मसूद पर कार्यक्रम में मौजूद लोग नोट बरसा रहे हैं। वीडियो में जहाँ कव्वाली की तेज़धार धुन सुनाई दे रही है, वहीं मंच पर सांसद और उनके भाई पर ताव-ताम से नोट गिरते दिख रहे हैं; कुछ महिलाओं ने भी सांसद पर नोटों की वर्षा की। नौमान मसूद भी कलाकारों को बख़ूबी नोट लुटाते नज़र आते हैं।
वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों की प्रतिक्रियाएँ हस्तक्षेप में आईं — कुछ लोगों ने इसे ‘नाटक’ बताते हुए प्रश्न उठाए तो समर्थक वीडियो पर “इमरान मसूद ज़िंदाबाद” और “नौमान मसूद ज़िंदाबाद” जैसे कमेंट कर रहे हैं। विपक्षी और अन्य टिप्पणियों की तीव्रता के बीच सोशल प्लेटफॉर्म पर यह क्लिप तेज़ी से फैल रहा है।
इमरान मसूद पहले भी अपने बयानों को लेकर समाचारों में रहे हैं। हाल ही में दशहरा के एक कार्यक्रम में उन्होंने लोगों को दशहरे की शुभकामनाएँ दीं और प्रभु श्रीराम के जयकारे लगाए। उसी कार्यक्रम में उन्होंने कहा था, “मैं तो 24 घंटे आपके लिए काम करता हूँ,” और शहरवालों को आश्वस्त करते हुए कहा कि यदि उन्होंने सहारनपुर का नाम देशभर में नहीं फैलाया तो उन्हें सज़ा दें — पर “किसी विशेष समुदाय के तौर पर” सज़ा न दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के गृहमंत्री के हाथ से ट्रॉफी नहीं ली और न ही हाथ मिलाया, जबकि जीत के पैसे लिए गए — और कहा कि वह उन पैसों को 26 बहनों को दे देते तो बेहतर होता।
यह घटना और वायरल वीडियो राजनीतिक और सामाजिक चर्चा में नए सवाल उठा रहे हैं — क्या यह आयोजनों की परंपरा है, व्यक्तिगत शो-ऑफ है, या इससे जुड़ी कोई और राजनीतिक अहमियत है। घटना के बारे में आगे की पुष्टि और संबंधित पक्षों के बयान आने पर और जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।