प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सरकार के नए जीएसटी रिफॉर्म (GST 2.0) से आम लोगों की जिंदगी और आसान हो गई है। उन्होंने दावा किया कि इसका सबसे ज्यादा फायदा देश के मिडिल क्लास को होगा, क्योंकि इससे घर का बजट सुधरेगा और रोजमर्रा की वस्तुएं सस्ती होंगी।
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों से संवाद
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों के साथ बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी में यह सुधार आज़ादी के बाद का सबसे बड़ा फैसला है। उन्होंने याद दिलाया कि 15 अगस्त को लाल किले से उन्होंने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म का वादा किया था और कहा था कि दिवाली व छठ पूजा से पहले “खुशियों का डबल धमाका” होगा।
अब केवल दो टैक्स स्लैब
सरकार ने राज्यों के साथ मिलकर निर्णय लिया है कि अब जीएसटी को और भी सरल बनाया जाएगा। नई व्यवस्था के तहत केवल दो ही टैक्स स्लैब रहेंगे — 5% और 18%। यह बदलाव 22 सितंबर, नवरात्र के पहले दिन से लागू होगा।
क्या होगा सस्ता?
पीएम मोदी ने कहा कि 22 सितंबर से पनीर से लेकर शैम्पू तक कई वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले टॉफी पर 21% टैक्स और आम आदमी की साइकिल पर 17% टैक्स लगता था, जिससे घर बनाना और दैनिक जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो जाता था।
त्योहारी सीजन में राहत
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार धनतेरस और दिवाली की रौनक और ज्यादा होगी, क्योंकि दर्जनों चीजों पर टैक्स कम हो गया है। उन्होंने याद दिलाया कि 8 साल पहले जीएसटी लागू होने के साथ ही कई दशकों का सपना साकार हुआ था और यह आज़ाद भारत के सबसे बड़े आर्थिक सुधारों में से एक साबित हुआ।
संक्षेप में: GST 2.0 = कम टैक्स + सस्ता सामान + आसान जीवन।