रांची, 2 सितंबर 2025 — झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित दिशा की बैठक के दौरान भाजपा विधायक सीपी सिंह और शहर के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के बीच जोरदार बहस और धक्का-मुक्की का मामला सामने आया। दोनों के बीच शब्दवार झड़प जल्द ही तनातनी में बदल गई और मंच पर अफरातफरी मच गई। स्थिति तब शांत हुई जब रांची के सांसद व केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने बीच में आकर दोनों को समझाया।
क्या हुआ — घटनाक्रम का सार
ATI सभागार में चल रही बैठक के दौरान विधायक सीपी सिंह ने रांची में अतिक्रमण हटाने और चालान काटने के सिलसिले में एसएसपी पर पक्षपात का आरोप लगाया। सिंह का आरोप था कि अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई धर्म-आधारित और असमान तरीके से की जा रही है — मुख्य मार्गों पर कार्रवाई नहीं की जा रही जबकि गरीबों के दुकानों को हटाया जा रहा है। आरोप सुनकर एसएसपी भड़क गए और दोनों के बीच तीखी verbal बहस तेज हो गई, जो जल्द ही शारीरिक टकराव तक पहुंच गई। सभागार में मौजूद अन्य प्रतिनिधियों और अधिकारियों ने बीच में आकर हालात को काबू किया।
विधायक का पक्ष (सीपी सिंह के कथन)
सीपी सिंह ने कहा कि राजधानी में अतिक्रमण हटाने के नाम पर असमान व्यवहार हो रहा है। उनके अनुसार:
“जगह—जगह कार्रवाई हो रही है, लेकिन मेन रोड पर हिम्मत नहीं है — कार्रवाई धर्म देखकर की जा रही है। गरीबों के छोटे-छोटे दुकानों के अलमारी उठा कर ले जाया जाता है, वहीं मेन रोड पर ऐसी कोई कार्रवाई नजर नहीं आती।”
कौन-कौन थे वहां
बैठक में रांची के सांसद एवं केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, रांची विधायक सीपी सिंह, हटिया विधायक नवीन जायसवाल, मांडर से कृषि राज्यमंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, राज्यसभा सांसद आदित्य साहू, राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश, रांची के उपायुक्त और एसएसपी सहित कई जिलास्तरीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
राजनीतिक हलचल और आगे की राह
घटना ने राज्य स्तर पर सियासी हलचल पैदा कर दी है और प्रशासन-राजनीति के बीच संबंधों एवं कार्रवाई के मानदंडों पर बहस तेज कर दी है। फिलहाल दोनों पक्षों की ओर से औपचारिक बयान या कार्रवाई की जानकारी सार्वजनिक नहीं हुई है।