नई दिल्ली:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुले शब्दों में तारीफ करते हुए उन्हें भारत के लिए एक ‘अमूल्य संपत्ति’ बताया है। थरूर ने पीएम मोदी के बहुआयामी व्यक्तित्व, उनकी ऊर्जा और वैश्विक स्तर पर संवाद करने की क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि यह भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। एक राष्ट्रीय समाचार पत्र में प्रकाशित अपने लेख में थरूर ने लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऊर्जा, उनका गतिशील व्यक्तित्व और अन्य देशों से संवाद करने की उनकी इच्छा भारत के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति है, जिसे हमें पूरा समर्थन देना चाहिए।”
अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति मजबूत हुई
थरूर ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और इसके जवाब में शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत के कूटनीतिक प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन के उपरांत भारत की सक्रियता से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की साख मजबूत हुई है।
थरूर, जिन्होंने अमेरिका, गुयाना, पनामा, कोलंबिया और ब्राजील समेत पांच देशों में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था, ने कहा कि इस दौरे के दौरान उन्हें भारत की सार्वजनिक कूटनीति के गहन पहलुओं को समझने का अवसर मिला।
एकजुट भारत ही सशक्त भारत है
थरूर ने लिखा कि, “जब पूरा देश एकजुट होकर अपनी आवाज मजबूती से रखता है, तो उसे अंतर्राष्ट्रीय मंच पर गंभीरता से सुना जाता है। हमारी कूटनीति केवल तब प्रभावी हो सकती है, जब हम राष्ट्रीय हित में एक साथ खड़े हों।”
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के कूटनीतिक प्रयासों को इस संदर्भ में उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते हुए कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राष्ट्रीय संकल्प और प्रभावी संवाद ने हमारी विदेश नीति को नया आयाम दिया है।”
पार्टी लाइन से हटकर दिया गया बयान
हालांकि, थरूर के इस बयान को कांग्रेस पार्टी के वर्तमान रुख से अलग माना जा रहा है। कांग्रेस लगातार मोदी सरकार की विदेश नीति की आलोचना करती रही है, जिस पर उनका आरोप है कि भारत वैश्विक मंच पर अलग-थलग पड़ गया है। ऐसे में थरूर का पीएम मोदी की खुले दिल से प्रशंसा करना पार्टी के भीतर एक नई बहस को जन्म दे सकता है।
मोदी सरकार के कूटनीतिक प्रयासों को मिलना चाहिए समर्थन
थरूर ने अपने लेख में कहा कि पीएम मोदी के गतिशील व्यक्तित्व, ऊर्जा, संवाद कौशल और अन्य देशों के साथ मेलजोल बढ़ाने की उनकी इच्छा भारत के लिए एक महत्वपूर्ण ताकत है। उन्होंने जोर दिया कि इस वैश्विक सक्रियता को पूरे देश से व्यापक समर्थन मिलना चाहिए।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद कूटनीतिक पहल
गौरतलब है कि थरूर उसी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, जो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत के रुख से अन्य देशों को अवगत कराने के लिए पश्चिमी गोलार्ध के पांच देशों में गया था। इस अनुभव के आधार पर थरूर ने लिखा, “एकजुट भारत अपनी आवाज को स्पष्टता, आत्मविश्वास और दृढ़ता के साथ रख सकता है, और प्रधानमंत्री मोदी इस दिशा में अहम भूमिका निभा रहे हैं।”