12 जून 2025 – अहमदाबाद: जब आसमान से कहर बरसा
12 जून 2025 की सुबह, भारत के विमानन इतिहास में एक और काला अध्याय जुड़ गया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी, टेकऑफ़ के कुछ ही मिनटों में तकनीकी गड़बड़ी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बोइंग 787 ड्रीमलाइनर जैसे आधुनिक विमान के हादसे ने देश को हिला दिया।
विमान: एयर इंडिया बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (AI-171)
समय: सुबह 6:45 बजे
स्थान: अहमदाबाद – मेडिकल कॉलेज परिसर के पास
मृतक: 265+
प्रमुख हानि: पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, 4 मेडिकल छात्र, कई वरिष्ठ चिकित्सक
यह दुर्घटना उस समय और भी त्रासद बन गई जब विमान एक शिक्षण संस्थान के भवन पर गिरा, जहां छात्र और डॉक्टर मौजूद थे। घटनास्थल की तस्वीरें दिल दहला देने वाली थीं—अधजले शव, धुएं के गुबार और बिखरे हुए मेडिकल उपकरण।
भारत के प्रमुख विमान हादसों की ऐतिहासिक श्रृंखला
भारत में हवाई यात्रा का इतिहास जितना प्रेरणादायक रहा है, उतना ही वेदना से भरा भी रहा है। नीचे हम कुछ प्रमुख घटनाओं का उल्लेख कर रहे हैं, जिन्होंने इस क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया।
1. एयर इंडिया फ्लाइट 245 – मोंट ब्लांक त्रासदी (1950)
स्थान: फ्रांस
मृतक: 48
यह पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय हादसा था, जब मुंबई से लंदन जा रही फ्लाइट बर्फीले पर्वत से टकरा गई।
2. एयर इंडिया फ्लाइट 101 – होमी भाभा की मृत्यु (1966)
स्थान: वही मोंट ब्लांक
मृतक: 117
भारत के प्रसिद्ध परमाणु वैज्ञानिक होमी भाभा की इस हादसे में मृत्यु हुई थी।
3. इंडियन एयरलाइंस 440 – दिल्ली क्रैश (1973)
स्थान: दिल्ली
मृतक: 48
बिजली गिरने और रनवे पर कम दृश्यता के कारण हुआ हादसा।
4. एयर इंडिया फ्लाइट 182 – बम विस्फोट (1985)
स्थान: आयरलैंड के पास, अटलांटिक
मृतक: 329
खालिस्तानी आतंकियों द्वारा की गई बम प्लांटिंग की वजह से भारत का अब तक का सबसे बड़ा हवाई आतंकवादी हमला।
5. चर्खी दादरी मिड-एयर कोलिजन (1996)
स्थान: हरियाणा
मृतक: 349
सऊदी और कज़ाख विमान की टक्कर। हवा में टकराव की विश्व की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक।
6. पटना क्रैश (2000)
स्थान: बिहार
मृतक: 60+
लैंडिंग के समय तकनीकी गड़बड़ी और रिहायशी इलाके में क्रैश। कई स्थानीय लोगों ने जान जोखिम में डालकर यात्रियों को बचाया।
7. मंगलोर एयर इंडिया एक्सप्रेस (2010)
स्थान: कर्नाटक
मृतक: 158
प्लेन रनवे से फिसल कर खाई में गिरा, फ्लाइट क्रू की लापरवाही सामने आई।
8. कोझिकोड हादसा (2020)
स्थान: केरल
मृतक: 21
वंदे भारत मिशन के तहत उड़ान भर रहे विमान की रनवे पर फिसलन के कारण बड़ी दुर्घटना।
इन हादसों से मिले कड़े सबक
कारण | सीखा गया सबक |
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तकनीकी खामियां | नियमित इंजीनियरिंग चेक जरूरी |
मानवीय भूल | पायलट प्रशिक्षण को और सशक्त बनाना |
मौसम | मौसम पूर्वानुमान पर बेहतर तकनीक |
रनवे डिज़ाइन | शॉर्ट रनवे को अपग्रेड करना |
आतंकवाद | एयरपोर्ट सुरक्षा प्रणाली में सुधार |
क्या बदला इन हादसों के बाद?
DGCA ने हर बड़े हादसे के बाद नियम सख्त किए
ब्लैक बॉक्स डेटा की जांच से सिस्टम में पारदर्शिता आई
इंटरनेशनल एविएशन स्टैंडर्ड लागू हुए
रनवे की रचना और लंबाई पर विशेष ध्यान दिया गया
पायलट्स की मानसिक स्थिति की जांच भी अनिवार्य की गई
निष्कर्ष: हर हादसा एक चेतावनी है
इन हादसों ने यह स्पष्ट कर दिया कि आसमान में उड़ना सिर्फ तकनीक पर निर्भर नहीं, बल्कि उसमें मानवीय सावधानी, मौसम की समझ, इंफ्रास्ट्रक्चर की गुणवत्ता और राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत होती है।
2025 का अहमदाबाद हादसा हमें फिर से यह याद दिलाता है कि हवाई यात्रा की सुविधा और सम्मान के साथ ज़िम्मेदारी और जवाबदेही भी जुड़ी होती है। हर उड़ान के पीछे कई ज़िंदगियाँ होती हैं—जो कभी मंज़िल तक नहीं पहुंच पातीं।
शोकांजलि
“उन सभी यात्रियों, कर्मचारियों, डॉक्टरों, छात्रों और नेताओं को श्रद्धांजलि, जिन्होंने विमान दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाई। आपकी यादें और बलिदान देश को हमेशा सुरक्षा और सुधार की प्रेरणा देंगे।”