
नई दिल्ली/श्रीनगर – 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री आवास पर करीब 20 मिनट तक चली इस अहम बैठक में राज्य के मौजूदा सुरक्षा हालात, पर्यटन सुरक्षा, और आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए कदमों पर चर्चा हुई।
गौरतलब है कि हमले के बाद उमर अब्दुल्ला की यह प्रधानमंत्री से पहली औपचारिक मुलाकात है, हालांकि इससे पहले वह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिल चुके हैं।
मुख्य मुद्दों पर चर्चा
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को निम्नलिखित विषयों पर जानकारी दी:
- जम्मू-कश्मीर में मौजूदा सुरक्षा स्थिति
- स्थानीय जनता की चिंताएं और भावनाएं
- हमले के बाद उठाए गए प्रशासनिक कदम जैसे:
- ओजीडब्ल्यू (OGW) की धरपकड़
- सघन छापेमारी अभियान
- स्थानीय समुदायों से संवाद
बैठक में विशेष रूप से घाटी में सामाजिक और राजनीतिक माहौल को स्थिर बनाए रखने और पर्यटन को सुरक्षित बनाए रखने के उपायों पर बल दिया गया।
केंद्र-राज्य समन्वय का प्रतीक
यह मुलाकात जहां सांकेतिक रूप से अहम मानी जा रही है, वहीं इससे केंद्र और राज्य के बीच समन्वय को भी मजबूती मिलती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से राज्य में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा, पर्यटन के लिए अनुकूल माहौल, और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने पर भी चर्चा की।
हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बैठक के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है, केवल आधिकारिक रूप से मुलाकात की पुष्टि की गई है।
एनआईए कर रही जांच, सुरक्षा व्यवस्था सख्त
पहलगाम हमले के बाद से राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सुरक्षाबलों द्वारा लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं और सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस हमले की जांच कर रही है। एनआईए की टीम श्रीनगर में डेरा डाले हुए है और आज अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपने की तैयारी में है।
इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिससे घाटी की शांति और सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं।