
नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर भाजपा विधायक प्रवीण दटके ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, यह साफ हो रहा है कि हिंसा में बाहरी तत्व शामिल थे और इसके तार बांग्लादेश से जुड़ रहे हैं। विधायक ने कहा कि नागपुर के स्थानीय लोग इस हिंसा में शामिल नहीं थे, बल्कि सुनियोजित साजिश के तहत बाहरी लोग शहर में आए और उपद्रव किया।
“नागपुर के लोग अपनी ही गाड़ियां क्यों जलाएंगे?”
प्रवीण दटके ने सवाल उठाया कि नागपुर के लोग अपने ही शहर में एक-दूसरे की गाड़ियां क्यों जलाएंगे? उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान 65 गाड़ियां, 30 से अधिक मोटरसाइकिल, घर, दुकानें और अन्य संपत्तियां आग के हवाले कर दी गईं। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे तहसील जाकर नुकसान की जानकारी दर्ज कराएं, ताकि सरकार और बीमा कंपनियां जल्द से जल्द मुआवजा प्रदान कर सकें।
नागपुर को ही क्यों चुना गया?
भाजपा विधायक ने आशंका जताई कि हिंसा के लिए नागपुर को चुनना भी एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है। उन्होंने कहा, “यह सोची-समझी प्लानिंग का नतीजा है। आखिर नागपुर को ही क्यों निशाना बनाया गया? इसकी भी गहराई से जांच हो रही है।”
मुख्य आरोपी फहीम की रिमांड बढ़ी, एनआईए कर सकती है पूछताछ
हिंसा के मुख्य आरोपी फहीम और अन्य सह आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने फहीम की पुलिस रिमांड 24 मार्च तक बढ़ा दी है। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी जल्द ही आरोपी की रिमांड मांग सकती है, ताकि साजिश के पीछे की पूरी सच्चाई सामने आ सके।
मुख्यमंत्री की सख्त चेतावनी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जो खुद नागपुर के निवासी हैं, ने विधानसभा में स्पष्ट किया कि हिंसा में शामिल दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि यह घटना पूरी तरह सुनियोजित थी और इसके जिम्मेदार लोगों को कानून के दायरे में लाकर कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
जनता से शांति बनाए रखने की अपील
विधायक प्रवीण दटके ने नागपुरवासियों से शांति बनाए रखने और प्रशासन को सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा, “सरकार हर पीड़ित को न्याय दिलाएगी और किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।”
इस घटना ने नागपुर को हिलाकर रख दिया है, लेकिन प्रशासन और जांच एजेंसियां दोषियों तक पहुंचने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं।