
गाजीपुर। पिछले एक माह से चल रहे धरना-प्रदर्शन और बैठकों के सिलसिले के बीच शुक्रवार को जिला पंचायत की एक अहम बैठक जिला पंचायत सभागार में बुलाई गई। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा प्रस्तावित थी, लेकिन बैठक के दौरान जिला पंचायत सदस्यों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
सदस्यों की नाराजगी का कारण
बैठक में पेश किए गए एजेंडा को लेकर सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जताई। उनका कहना था कि जो मुद्दे एजेंडे में शामिल थे, उनकी पत्रावलियां बैठक में प्रस्तुत नहीं की गईं। यह स्थिति सदस्यों के लिए अस्वीकार्य थी, और इसे लेकर उन्होंने अपनी गहरी नाराजगी जाहिर की। इसके अलावा, सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष और उपस्थित अधिकारियों पर मांगों का समुचित जवाब न देने का आरोप लगाया।

हंगामे के कारण बैठक हुई निरस्त
सदस्यों के बढ़ते विरोध को देखते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह ने बैठक को निरस्त करने का फैसला किया। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि अगली बैठक में एजेंडा और उससे संबंधित सभी दस्तावेज पूरी तैयारी के साथ प्रस्तुत किए जाएं, ताकि इस प्रकार की स्थिति दोबारा न उत्पन्न हो।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस बैठक में गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी, विधायक डॉ. वीरेंद्र यादव, विधायक जैकिशन साहू, विधायक शोएब उर्फ मन्नू अंसारी, विधायक बेदी राम, ब्लॉक प्रमुख अवधेश राय और राहुल राय सहित कई महत्वपूर्ण नेता उपस्थित थे। जिला पंचायत सदस्यों में नरेंद्र यादव, नरेंद्र राव, नीतेश, बाबर, शेखसना, उदल राजभर, राजेंद्र, पारस यादव, मटरु, देवेंद्र यादव, शिवपूजन, अनिल कन्नौजिया और फेकू यादव समेत अन्य प्रमुख सदस्य शामिल थे।
अध्यक्ष का बयान
जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह ने कहा, “सभी सदस्यों की आपत्तियां गंभीर हैं। अगली बैठक के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे पूरी तैयारी के साथ आएं। हमारी कोशिश है कि हर सदस्य की मांग को उचित प्राथमिकता दी जाए।”
सदस्यों की प्रतिक्रिया
बैठक में शामिल कई सदस्यों ने कहा कि प्रशासनिक लापरवाही और उनकी मांगों की अनदेखी लंबे समय से हो रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अगली बैठक में स्थिति नहीं सुधरी, तो वे आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।