
Pallavi Patel angry notice OSD: अपना दल (कमेरावादी) की वरिष्ठ नेता और विधायक डॉ. पल्लवी पटेल ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार और पूर्व ओएसडी राज बहादुर पटेल को कारण बताओ नोटिस दिए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
पल्लवी पटेल ने कहा कि यदि पिछड़े वर्ग और कुर्मी समाज के लोगों को इसी तरह प्रताड़ित किया गया, तो इसका गंभीर परिणाम होगा। उन्होंने मंत्री आतिशी पटेल और विभागीय अधिकारियों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ईमानदारी और भ्रष्टाचार का खुलासा करने वाले शिक्षक राज बहादुर पटेल को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।
राज बहादुर पटेल पर कार्रवाई को बताया अन्याय
पल्लवी पटेल ने कहा, “राज बहादुर पटेल ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर किया और इसके खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने नियम विरुद्ध डीपीसी की ओर ध्यान दिलाया, लेकिन जब उनकी बात नहीं सुनी गई, तो उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इसके बावजूद उन्हें कारण बताओ नोटिस देकर प्रताड़ित किया जा रहा है। यह ईमानदार व्यक्तियों का अपमान है।”
भ्रष्टाचार का आरोप और डीपीसी पर सवाल
पूर्व ओएसडी राज बहादुर पटेल ने बताया कि उन्होंने डीपीसी में अनियमितताओं की जानकारी दी थी और मंत्री तथा प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया कि नियमों का उल्लंघन कर डीपीसी आयोजित की गई, जिसके कारण अयोग्य अधिकारियों को फायदा पहुंचाया गया।
पल्लवी की चेतावनी: करेंगे विरोध प्रदर्शन
डॉ. पल्लवी पटेल ने कहा, “यदि कुर्मी और कमेरा समाज के लोगों को इस तरह प्रताड़ित किया गया, तो हम सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। सरदार पटेल के वंशजों का अपमान सहन नहीं किया जाएगा। सरकार को पिछड़े वर्ग और उनके अधिकारों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।”
सरकार से की मांग
राज बहादुर पटेल ने मुख्यमंत्री और मंत्री से अनुरोध किया है कि नियम विरुद्ध डीपीसी को तुरंत रद्द किया जाए और ईमानदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई पर रोक लगाई जाए। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो यह नाराजगी और बढ़ेगी।
यह विवाद सरकार और विभागीय अधिकारियों पर गंभीर सवाल खड़े करता है और कुर्मी समाज में बढ़ती नाराजगी का संकेत देता है। मामले का समाधान जल्द न हुआ तो यह राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर बड़ा मुद्दा बन सकता है।