
मध्य प्रदेश के राज्यमंत्री गौतम टेटवाल का एक बयान इन दिनों सुर्खियों में है। राजगढ़ जिले में एक जनसभा के दौरान भाषण देते वक्त मंत्री ने अजान की आवाज सुनते ही अपना भाषण रोक दिया और मंच से कलमा पढ़ते हुए कहा, “ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मदुर रसूलुल्लाह”।
मंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए सभी धर्मों के सम्मान का संदेश दिया। हालांकि, उनके इस बयान पर संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कड़ी आपत्ति जताई है, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
1 करोड़ रुपये के निर्माण कार्यों का शिलान्यास
यह घटना 24 नवंबर को मऊ ग्राम पंचायत में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हुई, जहां मंत्री टेटवाल ने करीब 1 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान ईशा की अजान शुरू होते ही उन्होंने अपना भाषण रोक दिया और अजान समाप्त होने के बाद मंच से कहा:
“वह कहता है कि उससे डरो, वह एक है। नेक काम करो। सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्।”
‘वसुधैव कुटुंबकम् हमारी संस्कृति’
मंत्री ने आगे कहा, “संपूर्ण भूमि गोपाल की है। हमारी सनातन संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम् में विश्वास रखती है। जब हम सबका सम्मान करेंगे, तभी दुनिया में सुख-शांति आएगी।”
‘क्या गलत कहा?’
गौतम टेटवाल ने अपने बयान को लेकर सवाल उठाते हुए कहा, “ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मदूं रसूल अल्लाह, क्या मैंने कुछ गलत कहा? अगर गलत है तो तथ्यों को सामने लाओ। हमारी सनातन संस्कृति ऐसी है जो सभी को समाहित करती है।”
इस बयान के बाद से सोशल मीडिया पर उनके पक्ष और विपक्ष में तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।