
Pappu Yadav News: 13 दिसंबर 2024 को आयोजित 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में अनियमितताओं के आरोप के बाद इसे रद्द करने की मांग तेज हो गई है। अभ्यर्थी 18 दिसंबर से पटना के गर्दनीबाग में लगातार धरना दे रहे हैं। बीते बुधवार (25 दिसंबर) को जब अभ्यर्थियों ने बीपीएससी कार्यालय का घेराव किया, तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस घटना के बाद सांसद पप्पू यादव ने ऐलान किया कि अगर अभ्यर्थियों की मांग पूरी नहीं हुई, तो 1 जनवरी को पूरे बिहार को बंद रखा जाएगा।
पप्पू यादव के ऐलान पर विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया
पप्पू यादव के बिहार बंद के ऐलान पर विपक्षी दलों ने स्पष्ट दूरी बना ली है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि पार्टी अभ्यर्थियों के साथ खड़ी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह धरना स्थल पर जाकर अभ्यर्थियों से मिले और उनका लिखित आवेदन लिया, जिसे राहुल गांधी को सौंपा जाएगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि बंद का ऐलान पप्पू यादव का व्यक्तिगत निर्णय है, और इससे कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है।
आरजेडी का रुख
आरजेडी ने भी बंद के समर्थन पर कोई निर्णय नहीं लिया है। पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि हमारे नेता तेजस्वी यादव हमेशा छात्रों और अभ्यर्थियों की चिंता करते हैं। लेकिन पप्पू यादव के बिहार बंद के ऐलान पर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ही कोई निर्णय करेगा।
एनडीए ने बंद के ऐलान को बताया असफल प्रयास
एनडीए के घटक दलों ने पप्पू यादव के बिहार बंद के ऐलान को विफल बताया।
- बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि पप्पू यादव के बंद सफल नहीं होते। 1 जनवरी को जब लोग नए साल का जश्न मनाते हैं, उस दिन बंद का ऐलान करना जनता को परेशान करने की कोशिश है।
- जेडीयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बीपीएससी अभ्यर्थियों के हितों के लिए गंभीर हैं। सरकार की नीयत साफ है, और जहां भी गड़बड़ी के प्रमाण मिलेंगे, वहां की परीक्षा रद्द की जाएगी।
- एलजेपी रामविलास के प्रवक्ता डॉ. विनीत सिंह ने पप्पू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने यह बंद अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए किया है। यह पूरी तरह से विफल होगा।
अभ्यर्थियों की मांग और सरकार का रुख
बीपीएससी अभ्यर्थी परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं। सरकार ने भरोसा दिलाया है कि जहां भी गड़बड़ी के प्रमाण मिलेंगे, वहां कार्रवाई की जाएगी। एनडीए का कहना है कि परीक्षा रद्द करने के बजाय कानून के दायरे में रहकर समाधान निकाला जाएगा।
क्या आगे होगा समाधान?
बिहार बंद के ऐलान ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। हालांकि, एनडीए और विपक्षी दलों की दूरी पप्पू यादव के इस कदम को कमजोर कर सकती है। अभ्यर्थियों की मांग पूरी होगी या नहीं, यह देखने वाली बात होगी।